प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक आर्थिक शक्ति बनकर उभरा : खंडेलवाल
नई दिल्ली के बिशंभर दास मार्ग स्थित यमुना अपार्टमेंट में आयोजित प्रेस वार्ता


नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। चांदनी चौक से भाजपा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों में भारत एक वैश्विक आर्थिक शक्ति बनकर उभरा है। यह बात उन्होंने बुधवार को मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर नई दिल्ली के बिशंभर दास मार्ग स्थित यमुना अपार्टमेंट में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने इस अवधि को “आर्थिक सुधारों, व्यापारियों के सशक्तिकरण और समावेशी विकास का स्वर्णिम युग” बताया।

इस प्रेस वार्ता में केशव पुरम के भाजपा जिलाध्यक्ष अजय खटाना एवं चांदनी चौक के भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद गर्ग के साथ-साथ भाजपा विधायक अशोक गोयल (मॉडल टाउन), पूनम शर्मा (वजीरपुर), तिलक राम गुप्ता (त्रिनगर) और राजकुमार भाटिया (आदर्श नगर) भी उपस्थित रहे।

प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी, इंसोल्वेंसी कोड, डिजिटल इंडिया और राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन जैसे ऐतिहासिक सुधारों ने अभूतपूर्व पारदर्शिता और व्यापार में सुगमता प्रदान की है। पहली बार देश के आर्थिक एजेंडे के केंद्र में व्यापारी और छोटे व्यवसाय आए हैं।

खंडेलवाल ने बताया कि भारत ने वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 2014 में 142वें स्थान से 2024 में 63वें स्थान तक पहुंच कर 79 पायदानों की ऐतिहासिक छलांग लगाई, जो देश में स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स और सरकारी प्रक्रियाओं के सरलीकरण का प्रमाण है। यूपीआई के माध्यम से प्रतिमाह 14 अरब से अधिक लेन-देन हो रहे हैं, जिससे खुदरा भुगतान प्रणाली में क्रांति आई है और छोटे से छोटे दुकानदार भी डिजिटल हो सके हैं।

आज भारत विश्व का सबसे बड़ा रियल टाइम पेमेंट्स बाजार बन चुका है। 43 करोड़ से अधिक मुद्रा लोन स्वीकृत किए गए, जिनकी कुल राशि 25.75 लाख करोड़ रुपये है, जिससे जमीनी स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा मिला है। स्टार्टअप इंडिया के अंतर्गत 1.25 लाख से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हुए हैं, जिससे भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है।

खंडेलवाल ने बताया कि भारत ने 2023-24 में कुल 778 अरब (वस्तुएं व सेवाएं मिलाकर) का निर्यात किया, जो अब तक का सर्वोच्च है और यह हमारे निर्यात क्षेत्र की मजबूती और विविधता को दर्शाता है। उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत 14 प्रमुख क्षेत्रों में 1.97 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है, जिससे घरेलू विनिर्माण को बल मिल रहा है और आयात पर निर्भरता घट रही है।

उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति के अंतर्गत 16,000 से अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को जोड़ा गया है, जिससे कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स में समन्वय बना है। भारतमाला और सागरमाला परियोजनाएं भारत के राजमार्ग और बंदरगाह नेटवर्क को नया आकार दे रही हैं, जिससे लॉजिस्टिक्स लागत जीडीपी के चार प्रतिशत तक कम हुई है। जीएसटी ने 17 करों और 23 उपकरों को समाप्त कर ‘एक देश, एक कर, एक बाजार’ की परिकल्पना को साकार किया है। जीएसटी संग्रह लगातार 2 लाख करोड़ रुपये प्रति माह से अधिक हो रहा है, जो मजबूत अनुपालन और औपचारिकता का प्रतीक है और इसमें 16.4 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है।

खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सोच ने भारतीय व्यापारियों को एक नई पहचान दी है। चांदनी चौक से लेकर चेन्नई तक लाखों छोटे व्यवसाय आज भारत की वैश्विक आकांक्षाओं में आत्मविश्वास से भागीदारी कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव