ऊर्जा मंत्री ने की बिजली कंपनियों के साथ समीक्षा बैठक, इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के दिए निर्देश
दिल्ली में बिजली कंपनियों और ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक करते मंत्री आशीष सूद


- मंत्री ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और बिजली कंपनियों को किलोकरी बैटरी बैंक की तर्ज पर अन्य क्षेत्रों में भी बैटरी बैंक लगाने को कहा

नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने गुरुवार को दिल्ली में बिजली की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए बिजली कंपनी और ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में तीनों बिजली कंपनियों और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

बैठक के बाद ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बैठक में दिल्ली में बढ़ते हुए बिजली के लोड को देखते हुए दिल्ली की सभी बिजली कंपनियों को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मौसम की भविष्यवाणी को देखते हुए दिल्ली में बिजली कंपनी अपनी पूरी तैयारी रखें। प्राकृतिक आपदाओं जैसे तेज आंधी, भारी बारिश, पेड़ गिरने तथा कुछ असमान्य कारणों से यदि बिजली कटौती की जाती है तो उसको ठीक करने के लिए समय सीमा को कम करने के भी निर्देश दिए। उपभोक्ताओं को सुचारू और निर्बाध बिजली देने का प्रयास किया जा सके।

ऊर्जा मंत्री ने सभी बिजली कंपनियों को निर्देश दिए कि वह अपने क्षेत्र में बिजली के पुराने ग्रिडों को बदलने, नई केवल डालने व बिजली के उत्पादन और वितरण में नई तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दें। उन्होंने कहा बिजली कंपनियां ऐसी व्यवस्था करें जिससे फॉल्ट का तुरंत पता चल सके और रिस्पांस टीम तुरंत उसका समाधान भी कर सके और साथ ही बिजली कंपनियां डाटा एनालाइज भी करें। उन्होंने ने बिजली कंपनियों को किलोकरी बैटरी बैंक की तर्ज पर अन्य क्षेत्रों में भी बैटरी बैंक लगाने की हिदायत भी दी।

सूद ने बैठक में उपस्थित बिजली कंपनियों को सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में भी तेजी से काम करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बिजली की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए हमें सोलर ऊर्जा को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी बिजली कंपनियों और ऊर्जा विभाग दिल्ली के हर बिजली उपभोक्ता को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्र में बिजली के मीटर नहीं लग पा रहे हैं वहां पर सोलर पैनल से बिजली पहुंचाने की व्यवस्था के लिए भी गंभीर प्रयासों की जरूरत है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव