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नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) की दूसरी काउंसिल बैठक गुरुवार को परिषद सदस्य और लोक निर्माण विभाग के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में एनडीएमसी क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, कर्मचारियों के कल्याण और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई और उन्हें पारित किया गया।
कर्मचारी कल्याण मामले और भर्ती नियम संशोधन : पूर्व एनडीएमसी कर्मचारियों को उनके पति, पत्नी, वार्ड के नाम पर आवंटित टाइप-I और टाइप-II नगरपालिका क्वार्टरों के नियमितीकरण के लिए एक बार नीति में छूट, जो मूल आवंटी की सेवानिवृत्ति/मृत्यु के बाद एनडीएमसी के नियमित कर्मचारी हैं, यहां तक कि पति, पत्नी, वार्ड भी स्वीकार्य अवधि की समाप्ति के बाद आवेदन करते हैं और उनके खिलाफ अर्जित बकाया राशि को माफ कर दिया जाए। परिषद ने मंजूरी दी और अध्यक्ष प्रवेश साहिब सिंह ने कहा की दो साल की अवधि से ज्यादा रह रहे लोगों पर लगे पेनल्टी को भी माफ कर दिया जाएगा। प्रवेश साहिब सिंह ने मीडिया को बताया कि एक ऐसा भी मामला है जिसमें परिवार के ऊपर 24 लाख की पेनल्टी थी जिसको माफ कर दिया गया।
मंत्री ने एनडीएमसी क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर 35 साल पुरानी सभी केबल को बदलने का निर्देश दिया। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए परिषद ने हॉस्पिटल पेशेंट केयर अलाउंस और डॉक्टरों को कन्वेयंस अलाउंस को मंजूरी दी है। यह भत्ता 1 जुलाई 2017 से प्रभावी रूप से दिया जाएगा। अस्पताल/औषधालयों में कार्यरत चिकित्सा डॉक्टरों (विशेषज्ञ/चिकित्सा डॉक्टरों से संबंधित) को वाहन भत्ता प्रदान किया जाना। विभाग की मंजूरी देने के लिए परिषद द्वारा संकल्प पारित किया गया। यह निर्णय वर्षों से लंबित मांग को स्वीकार करने और फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों की सेवा भावना का सम्मान करने की दिशा में एनडीएमसी प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एनडीएमसी क्षेत्र में वर्षा जल बहाव का प्रबंधन करने और शहरी बाढ़ को रोकने के लिए डिजाइन किए गए बरसाती जल नालों, मैनहोल, बेल माउथ और गली ट्रैप (जीटीएस) का एक व्यापक नेटवर्क शामिल है। एनडीएमसी क्षेत्र में ड्रेनेज सेवा केंद्रों के अंतर्गत जल निकासी लाइनों के सुधार के लिए हाइड्रोलिक हाई प्रेशर जेटिंग कम ग्रैबिंग कम रॉडिंग मशीन की खरीद के लिए जेईएम पोर्टल के माध्यम से 5,20,15,000/- रुपये की राशि के प्रारंभिक अनुमान को मंजूरी देने के लिए परिषद द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया है।
एनडीएमसी क्षेत्र में स्मार्ट वॉटर मीटर लगाने की दिशा में अहम कदम : 20709 जल कनेक्शनों में से 5397 पुराने/दोषपूर्ण मैकेनिकल वॉटर मीटर को स्मार्ट मीटर से बदलने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। 13.98 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रस्ताव टेंडर स्टेज में है। अब शेष 15312 मैकेनिकल वाटर मीटर को भी स्मार्ट वॉटर मीटर से बदलने का प्रस्ताव परिषद द्वारा पारित किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव