भारतीय ज्ञान को पूरी दुनिया में विशिष्ट स्थान दिलाना विद्या भारती का लक्ष्य : ख्यालीराम
प्रशिक्षण लेते शिक्षक


भागलपुर, 10 जून (हि.स.)। सैनिक स्कूल गणपतराय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर नरगाकोठी चंपानगर भागलपुर में भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति के तत्वाधान में चल रहे नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग, सेवा स्थायित्व वर्ग एवं कार्यरत आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के 15वें दिन मंगलवार का प्रारंभ विद्या भारती उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, वर्ग के प्रधानाचार्य उमाशंकर पोद्दार एवं सेवादायिनी केशव कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

मौके पर ख्यालीराम ने कहा कि भारतीय ज्ञान को पूरी दुनिया में विशेष स्थान दिलाना विद्या भारती का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे समय में हम सबों का दायित्व ज्ञान, विज्ञान एवं कौशल विकास के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाना है। विद्या भारती शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार, सामाजिक- समरसता, स्वदेश प्रेम और हिंदुत्व विचारधारा के माध्यम से युवाओं का सर्वांगीण विकास करने का प्रयास करता है।

विद्या भारती का मानना है कि शिक्षा में भारतीय ज्ञान परंपरा का विशेष महत्व है। विद्या भारती समाज के सभी वर्गों को शिक्षित करने और उन्हें सामाजिक कुरीतियों, शोषण और अन्य से मुक्त करने का भी प्रयास करता है। उनके द्वारा प्रशिक्षणार्थियों के अंदर की जिज्ञासा प्रश्नों का हल किया गया। वर्ग के प्रधानाचार्य उमाशंकर पोद्दार द्वारा शिशु लेखा, आचार्य लेखा एवं कार्यालय लेखा विषय पर मार्गदर्शन दिया गया।

औरंगाबाद के प्रधानाचार्य नीरज कुमार कौशिक द्वारा भी प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दिया गया। इस अवसर पर वर्ग के मीडिया प्रभारी राकेश नारायण अंबष्ट, ब्रह्मदेव प्रसाद, सतीश कुमार सिंह, रमेश मणि पाठक, वीरेंद्र कुमार, परमेश्वर कुमार, चंद्रशेखर कुमार, जीवन राठौर, आकाश कुमार, छट्टू साह,जितेंद्र कुमार, रिचा कुमारी, सुप्रिया कुमारी, राखी कुमारी, साकेत कुमार ,सुजीत कुमार गुप्ता, शशि भूषण मिश्र एवं सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर