Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भागलपुर, 11 जून (हि.स.)। फिल्म सरस्वतीचंद्र का गीत फूल तुम्हें भेजा है खत में, फूल नहीं मेरा दिल है। आज के दौर में खत भेजने की परम्परा ही कम हाे गई है लेकिन फूलों से लोगों का लगाव कम नहीं हुआ है। प्रकृति से लगाव और फूलों से प्रेम ने छत को बगीचा बना दिया।
भागलपुर भीखनपुर की रहने वाली शिक्षिका पूनम पांडेय का छत प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। 63 प्रकार के अलग-अलग किस्म के फूलों से भरा छत हर किसी को आकर्षित करता है। पहली बार में देखने से छत नहीं फूलों का बगीचा लगाता है।
पूनम बताती हैं कि फूलों से सिर्फ छत की खूबसूरती ही नहीं बढ़ती, बल्कि यहाँ समय व्यतीत करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। यह फूल हमारे बच्चें हैं और मैं नियमित रूप से इसकी देखभाल करती हूं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर