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मंडी, 14 दिसंबर (हि.स.)। सीटू मंडी ज़िला कमेटी ने ऐलान किया है कि आगामी 26-27 दिसंबर को एंबुलेंस कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर दो दिन की हड़ाल की जाएगी। सीटू जिला मंडी कमेटी की बैठक रविवार को कॉमरेड तारा चंद भवन मंडी में ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें 26-27 दिसंबर को एम्बुलेंस कर्मचारियों की लंबित मांगों को कंपनी द्वारा एक साल से लागू न करने के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल करने करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि मेडस्वान कंपनी ईंन कर्मचारियों को आठ घंटे काम करने पर न्यूनतम वेतन और इससे अधिक समय काम करने पर ओवरटाईम नहीं दे रही है। इसके अलावा इनको छुटियां भी नहीं देती है और ईपीएफ अंशदान में कंपनी का हिस्सा भी मज़दूरों से ही काटा जा रहा है। जिसके बारे कई बार वार्ता हो चुकी है ,लेकिन कंपनी अभी तक भी लागू नहीं कर रही है। जिसके चलते अब दो दिन की हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा 15 दिसंबर को सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट में काम करने वाले आउटसोर्स मज़दूरों को छह महीने से वेतन न मिलने के विरोध में 15 दिसंबर को शिमला ईंएनसी के राज्य कार्यालय शिमला में प्रदर्शन किया जा रहा है । जिसमें मंडी, सरकाघाट और प्लांटों के मज़दूर भी भाग लेंगे। मंडी, नेरचौक औऱ सुंदरनगर में रेहड़ी फहड़ी मज़दूरों की मांगों बारे 26 दिसंबर को मंडी में प्रदर्शन किया जाएगा। मंडी नगर निगम की टाऊन वैंडिंग कमेटी की बैठक जो नियमानुसार दो महीने में होनी चाहिए वो पिछले दस महीने से नहीं हो रही है और यहां के विधायक इन रेहड़ी फहड़ी वालों को शहर से बाहर भेजने के मनमर्ज़ी के बयान जारी कर रहे हैं। जिसका यूनियन ने कड़ा विरोध किया है। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित चार श्रम सहिंताओं को रद्द करने की मांग को लेकर 19 दिसंबर को श्रम विभाग के कार्यालय जवाहर नगर मंडी के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा और प्रधानमंत्री को मांगपत्र सौंपा जाएगा। बैठक में ये भी निर्णय लिया गया कि 15 दिसंबर से सभी खंडों में मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को सौ दिनों का रोज़गार सुनिश्चित करने तथा उन महिला मज़दूरों जिनके पति नॉकरी या पेंशन लेते हैं को वंचित करने के फ़ैसले का भी विरोध किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा