आईजीएमसी में 22 दिसंबर से शुरू होगा डॉक्टरों का विंटर वैकेशन
शिमला, 13 दिसंबर (हि.स.)। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए अहम सूचना है। आईजीएमसी के डॉक्टरों का विंटर वैकेशन 22 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, जो दो चरणों में 8 मार्च तक चलेगा। इस दौरान अस्पताल में
आईजीएमसी में 22 दिसंबर से शुरू होगा डॉक्टरों का विंटर वैकेशन


शिमला, 13 दिसंबर (हि.स.)। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए अहम सूचना है। आईजीएमसी के डॉक्टरों का विंटर वैकेशन 22 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, जो दो चरणों में 8 मार्च तक चलेगा। इस दौरान अस्पताल में ओपीडी और अन्य सेवाएं सीमित संख्या में उपलब्ध डॉक्टरों और प्रोफेसरों के जरिए संचालित की जाएंगी।

सर्दियों के मौसम को देखते हुए आईजीएमसी में हर साल डॉक्टरों को विंटर वैकेशन दिया जाता है। इस बार पहले चरण में 22 दिसंबर से 28 जनवरी तक करीब 50 प्रतिशत डॉक्टर अवकाश पर रहेंगे। 29 जनवरी को अस्पताल में कॉमन डे रहेगा। इसके बाद दूसरे चरण में शेष 50 प्रतिशत डॉक्टर 30 जनवरी से 8 मार्च तक छुट्टी पर जाएंगे। 9 मार्च से आईजीएमसी में ओपीडी और अन्य सेवाएं पूरी तरह सामान्य रूप से चलने लगेंगी।

डॉक्टरों के अवकाश पर जाने के कारण अस्पताल में भर्ती और विशेषकर ऑपरेशन से जुड़े मामलों में मरीजों को कुछ परेशानी हो सकती है। कई मरीजों को ऑपरेशन के लिए आगे की तारीख दी जा सकती है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उपलब्ध 50 प्रतिशत डॉक्टर और प्रोफेसर ओपीडी और जरूरी सेवाओं की जिम्मेदारी संभालेंगे, ताकि मरीजों को अधिक असुविधा न हो।

आईजीएमसी के सीनियर रेजिडेंट्स भी विंटर वैकेशन पर जाएंगे। उनका अवकाश 22 दिसंबर से 20 फरवरी तक रहेगा। पहले चरण में सीनियर रेजिडेंट्स 22 दिसंबर से 20 जनवरी तक छुट्टी पर रहेंगे, जबकि 21 जनवरी को कॉमन डे होगा। दूसरे चरण में शेष 50 प्रतिशत सीनियर रेजिडेंट्स 22 जनवरी से 20 फरवरी तक अवकाश पर रहेंगे।

विभिन्न विभागों में डॉक्टरों का अवकाश भी चरणबद्ध तरीके से तय किया गया है। एनाटॉमी, एनेस्थीसिया, बायोकैमिस्ट्री, ब्लड बैंक, कम्युनिटी मेडिसिन, डर्मेटोलॉजी, ईएनटी, फॉरेंसिक मेडिसिन, अस्पताल प्रशासन, मेडिसिन, माइक्रोबायोलॉजी, नेत्र रोग, ऑर्थोपेडिक्स, प्रसूति एवं स्त्री रोग, पैथोलॉजी, फिजियोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, साइकियाट्री, फार्माकोलॉजी, पल्मोनरी मेडिसिन, रेडियोलॉजी, इमरजेंसी मेडिसिन, रेडियोथैरेपी और सर्जरी विभाग के डॉक्टर पहले और दूसरे चरण में अवकाश पर रहेंगे।

हर विभाग में यह सुनिश्चित किया गया है कि एक साथ सभी डॉक्टर छुट्टी पर न जाएं और 50 प्रतिशत स्टाफ हमेशा उपलब्ध रहे। इससे ओपीडी, इमरजेंसी और अन्य जरूरी सेवाएं जारी रखी जा सकेंगी।

आईजीएमसी प्रशासन ने मरीजों से अपील की है कि वे इलाज या ऑपरेशन के लिए आने से पहले अपने संबंधित विभाग में डॉक्टरों के अवकाश का शेड्यूल जरूर देख लें, ताकि अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सेवाएं सुचारू रखने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा