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फरीदाबाद, 13 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद ग्रेप-3 की पाबंदियां दोबारा लागू कर दी गई हैं। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 401 तक पहुंच गया है। इसके चलते फरीदाबाद में भी बीते कई दिनों से प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में बना हुआ है।
फरीदाबाद के उपायुक्त आयुष सिन्हा ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के तहत ग्रेप की संशोधित पाबंदियां 21 नवंबर से पूरे एनसीआर में लागू की गई हैं। उन्होंने बताया कि कम गति की हवाओं, स्थिर वातावरण और प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के कारण धूल के कण वातावरण में ही फंसे हुए हैं।
साथ ही पूर्वी हवाओं के कारण सूक्ष्म कणों का स्तर और अधिक बढ़ गया है, जिससे प्रदूषण गंभीर होता जा रहा है।
भारतीय मौसम विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार यह स्थिति आगामी कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेप-3 की पाबंदियों को दोबारा लागू करने का निर्णय लिया है।
उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे ग्रेप-3 के प्रावधानों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे प्रदूषण कम करने में सहयोग करें और अनावश्यक गतिविधियों से बचें।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग