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फरीदाबाद, 11 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार आतंकी डॉ. मुजम्मिल शकील को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)ने देर रात दोबारा अल-फलाह यूनिवर्सिटी लेकर पहुंची। करीब दो घंटे तक उसकी निशानदेही कराई गई तथा पूर्व में जांचे गए स्थानों पर विस्तृत पूछताछ की गई।
जांच टीम सबसे पहले उसे डॉ. शाहीन के फ्लैट नंबर 32 में लेकर गई, जहां उससे कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए। इसके बाद टीम उसे उमर के फ्लैट तक लेकर गई और वहां भी उससे अलग-अलग बिंदुओं पर जानकारी ली गई। दो घंटे तक यूनिवर्सिटी परिसर में पूछताछ के बाद टीम उसे बाहर लेकर निकली और उन स्थानों पर भी ले गई, जहां वह नियमित रूप से जाता था।
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी टीम मुजम्मिल को यूनिवर्सिटी के बाद उस मस्जिद में लेकर गई, जहां वह नमाज पढ़ने जाया करता था। मस्जिद से लगे इमाम इश्तियाक के घर उसे ले जाकर परिवार की पहचान भी कराई गई। इसके बाद टीम उसे यूनिवर्सिटी के पास बने खेतों में उस कमरे पर लेकर गई, जहां दिल्ली ब्लास्ट से पहले करीब 12 दिन तक विस्फोटक सामग्री छिपाकर रखी गई थी। यह वही स्थान है, जहां पर पहली बार उसे निशानदेही के लिए लेकर गया था। बताया जाता है कि एजेंसी अभी भी यूनिवर्सिटी परिसर और आसपास के धौज गांव में मुजम्मिल के नेटवर्क की गहराई से पड़ताल कर रही है। मुजम्मिल धौज, फतेहपुर तगा और सिरोही गांव के जरूरतमंद लोगों के संपर्क में रहता था और धौज गांव की फतेहपुर तगा रोड पर ही उसने एक किराये का मकान लेकर हथियार और विस्फोटक छिपाए थे।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुजम्मिल को इससे पहले 24 नवंबर को भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में निशानदेही के लिए लेकर आई थी। तब उसे यूनिवर्सिटी के साथ-साथ धौज गांव में उसके ठिकाने तक भी ले जाया गया था, जहां उसने तीन महीने तक तीन कमरे का फ्लैट किराये पर लेकर रखा हुआ था और वहीं पर उसने डॉ. शाहीन के साथ शादी भी की थी। उस समय राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसके मेडिकल केबिन, रहन-सहन वाले कमरे और यूनिवर्सिटी के सहयोगी स्टूडेंट्स के संपर्कों की भी जांच की थी। इसी दौरान मुजम्मिल ने लक्ष्मी बीज भंडार और मदान बीज भंडार की पहचान कराई थी और बताया था कि वर्ष 2023 के जनवरी–फरवरी में उसने लक्ष्मी बीज भंडार से एक हजार किलोग्राम और मदान बीज भंडार से 600 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था।
इसी मामले में गिरफ्तार लेडी आतंकी डॉ. शाहीन सईद को भी करीब 13 दिन पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी टीम धौज गांव स्थित अल-फलाह मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी लेकर पहुंची थी। टीम उसे उसके रहने वाले कमरे नंबर 32 में ले गई और उसके दैनिक रूटीन, किससे वह मिलती थी, किन लोगों से संपर्क में रहती थी और उसके कमरे के सभी हिस्सों की गहन जांच की थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग