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मीरजापुर, 2 नवंबर (हि.स.)। अहरौरा क्षेत्र के बरही गांव में तीन दिनों से चल रहे आस्था और श्रद्धा का संगम के बेचूबीर मेले का रविवार की भोर मनरी बजने के साथ समापन हुआ। हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में बेचूबीर बाबा की विशेष पूजा-अर्चना के बाद जब पुजारी ने मनरी बजाई, तो पूरा मेला स्थल जयकारों से गूंज उठा। लोग चौरी से अक्षत (चावल का दाना) प्राप्त कर अपने-अपने घरों को लौटने लगे। मान्यता है कि चौरी से मिला यह अक्षत मनोकामनाओं की पूर्ति का प्रतीक होता है।
पूजा से पहले भोर तीन बजे बेचूबीर बाबा के पुजारी ब्रजभूषण यादव ने सुरक्षा कर्मियों के साथ पटपड़ नदी में स्नान कर स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा की। इसके बाद दौड़ते हुए चौरी पहुंचे और विशेष विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर चिग्घाड़ मारते हुए मनरी बजाई और इसके साथ ही मेले का समापन हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा