इंडोनेशिया में हिंदू पुनरुत्थान पुस्तक का विमोचन
पुस्तक का विमोचन करते हुए अतिथि।


जयपुर, 5 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और गोविंददेव गिरी ने मंगलवार को यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ राजस्थान में आयोजित एक गरिमामय समारोह में “इंडोनेशिया में हिन्दू पुनरुत्थान” पुस्तक का विधिवत विमोचन किया। यह पुस्तक लेखक रविकुमार अय्यर द्वारा इंडोनेशिया में सनातन चेतना के अद्भुत पुनर्जागरण पर आधारित एक शोधपरक एवं भावनात्मक प्रस्तुति है।

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन न किसी पर थोपता है, न किसी को डरा कर बुलाता है। यह प्रकाश बनकर खड़ा रहता है जो खोजे, वह उसी में मिल जाए, जो देखे, वह उसी में खो जाए। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक शोध एवं चेतना के साथ सनातन का भविष्य है। खोए हुए आध्यात्मिक संतुलन की ज्योति है एवं हमें याद दिलाती है कि सनातन कोई प्रचार की वस्तु नहीं, यह आत्मा की आंतरिक पुकार है। इंडोनेशिया में लाखों लोगों का सनातन की ओर लौटना कोई घटना नहीं, यह चेतना की वापसी है।

देवनानी ने कहा कि प्रत्येक घर में रामायण और गीता होनी चाहिए साथ ही घर के सभी सदस्य संध्या आरती एक साथ करें। उन्होंने कहा कि सनातन के लिए जिए और मानवीय कर्तव्यों को गीता और रामायण से समझे। इससे अवसाद और आत्महत्या जैसी प्रवृत्तियां स्वतः समाप्त हो जाएंगी।

समारोह में गोविंद देव गिरी ने कहा कि पुस्तक का प्रकाशन जनअभिनंदनीय एवं ऐतिहासिक कार्य है। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया में भारत को देखा जा सकता है, बाली में रोज रामलीला होती है। 5 अगस्त का दिन पावन दिवस है आज ही के दिन अयोध्या में भूमि पूजन हुआ था। उन्होंने कहा भारत ने अपनी अस्मिता और एकता को पहचान लिया है और भारत को प्रगति करने से अब कोई नहीं रोक सकता।

पुस्तक के लेखक रवि कुमार अय्यर ने कहा कि इंडोनेशिया में मां सरस्वती की विशाल एवं अद्भुत प्रतिमा है जहां तीन बच्चे माँ के चरणों में बैठकर अध्ययन कर रहे हैं। जो विश्व के विभिन्न देशों के प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व पूर्वजों की ओर जाने की होड़ में लगा हुआ है। विश्व में सनातन की पताका फैल रही है, अब समय आ गया है प्रत्येक व्यक्ति भारत माता की सेवा की पहल करें। उन्होंने बताया कि यूरोप की सभी भाषाओं की जननी ग्रीक भाषा है और ग्रीक की जननी संस्कृत भाषा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक रमेश अग्रवाल ने कहा कि वैभवशाली समाज के निर्माण के लिए सामाजिक समरसता का भाव जागृत करना होगा। दैनिक जीवन में स्व का भाव प्रकट करने के लिए कार्य करने होंगे। स्वदेशी का उपयोग करना होगा।

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने गोविंद देव गिरी का पुष्पगुच्छ और शॉल ओढ़ाकर अभिवादन किया।

समारोह में आभार विष्णु बियानी ने व्यक्त किया और स्वागत विश्वास जैन ने किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अखिल