मीठी नदी गाद निकासी घोटाला मामले में ईडी की मुंबई में 8 ठिकानों पर छापेमारी
मीठी नदी गाद निकासी घोटाला मामले में ईडी की मुंबई में 8 ठिकानों पर छापेमारी


-2005 की मुंबई बाढ़ के बाद मीठी नदी तल से गाद साफ करने को बृहन्मुंबई नगर निगम निकासी कार्य में कथित तौर पर हुआ था भ्रष्टाचार

मुंबई, 31 जुलाई (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुंबई में मीठी नदी गाद निकासी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम गुरुवार सुबह से शहर के ८ ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि ईडी ने छापेमारी का ब्योरा नहीं दिया है, लेकिन छापेमारी इस मामले से जुड़े ठेकेदारों के यहां ईडी की टीम कागजपत्रों की तलाश कर रही है।

सूत्रों ने आज बताया कि मीठी नदी गाद निकासी घोटाला मामले में ईडी की टीम ने जून के पहले सप्ताह में मुंबई और केरल में 15 जगहों पर 13 आरोपित बिचौलियों, बीएमसी अधिकारियों और अन्य के आवासों और कार्यालयों पर छापेमारी की थी। उस समय ईडी ने फिल्म अभिनेता डिनो मोरिया के बांद्रा स्थित घर पर भी छापा मारा था। इसी मामले में ईडी की टीम आज दूसरी बार छापा मार रही है।

उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मई में 13 आरोपितों इनमें पाँच निजी ठेकेदारों, तीन बीएमसी अधिकारियों, तीन बिचौलियों और दो निजी कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मीठी नदी गाद निकासी घोटाले में नगर निगम को 65.54 करोड़ रुपये से अधिक का गलत नुकसान पहुँचाने का मामला दर्ज किया था।

इसी आधार पर ईडी ने एक प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज किया और धन शोधन की जाँच शुरू की। सूत्रों के अनुसार ईडी ने घोटाले की अवधि के दौरान आरोपितों द्वारा अर्जित संपत्तियों और संपत्तियों को हासिल करने के लिए इस्तेमाल किए गए धन के स्रोत की जाँच शुरू कर दी है।प्रारंभिक पुलिस जाँच में मीठी नदी से गाद हटाने के लिए 2021-22 और 2022-23 के बीच दिए गए ठेकों से संबंधित विभिन्न वित्तीय अनियमितताओं का पता चला। ये अनियमितताएँ गाद के परिवहन और उसे ज़मीन पर डंप करने से संबंधित हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव