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जौनपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। कचहरी परिसर में बुधवार शाम एक विवादास्पद घटना सामने आई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित राजस्व विभाग के कक्ष में गौरक्षा रेस्क्यू टीम के संस्थापक को कार्यालय में बाहर से ताला लगाकर बंद कर दिया गया। संस्थापक संदीप पिछले डेढ़ साल से अपनी भूमि से सम्बंधित अभिलेखों के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। कार्यालय में बंद होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
घटना उस समय हुई जब संदीप अपनी निजी भूमि से सम्बंधित दस्तावेज़ मांगने गए थे। वहां मौजूद राजस्व कर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की और उन्हें कमरे में बंद कर दिया। यह घटना कचहरी जैसे संवेदनशील और न्यायिक कार्यों के केंद्र में होने से प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजस्व विभाग के कर्मचारियों पर पहले से ही अभिलेख जारी करने में अनावश्यक देरी करने का आरोप है। भ्रष्टाचार और मनमानी व्यवहार की शिकायतें भी आम हैं। लेकिन इस बार उन्होंने सीमाएं लांघ दीं। इस घटना के बाद प्रशासन से कई मांगें की गई हैं। इनमें घटना की निष्पक्ष जांच, दोषी राजस्व कर्मचारियों पर तत्काल निलम्बन और कानूनी कार्रवाई शामिल है। साथ ही कचहरी परिसर में नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने की मांग भी की गई है। अभिलेख सम्बंधी कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल प्रणाली को बढ़ावा देने की भी मांग है।
वहीं इस मामले में गुरुवार को जानकारी लेने पर अपर जिलाधिकारी भू राजस्व अजय अम्बष्ट ने बताया कि मामले कि जानकारी हुई है। घटना जान बूझकर की गई है या अनजाने में हुई है। लेकिन प्रथम दृष्टया कर्मचारी की गलती सामने आ रही है। जिस भी कर्मचारी ने यह गलती की है जांच कराकर उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव