विधानमंडल के मानसून सत्र में 16 विधेयक पारित : मुख्यमंत्री फडणवीस
विधानमंडल के मानसून सत्र में 16 विधेयक पारित : मुख्यमंत्री फडणवीस


मुंबई, 18 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को मुंबई में कहा कि विधानमंडल के मानसून सत्र में महाराष्ट्र विशेष जन सुरक्षा विधेयक सहित 16 महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं। साथ ही सत्र में आम जनता के हित में सभी निर्णय लिए गए हैं और विकास को गति देने का कार्य किया गया है।

महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के समापन के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सत्र की कार्यवाही की जानकारी दी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस वर्ष राज्य में 90 प्रतिशत वर्षा दर्ज की गई है और कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हुई है। ऐसे स्थानों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के माध्यम से सहायता प्रदान की गई है और प्रभावित लोगों के लिए पंचनामा शुरू कर दिया गया है। जिन स्थानों पर पंचनामा पूरा हो गया है, वहां धनराशि वितरित की जा रही है। राज्य के प्रमुख बांधों में 67 प्रतिशत जल संग्रहण है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष खरीफ का मौसम संतोषजनक रहेगा। इस सत्र में कुल 16 विधेयक पारित किए गए। इनमें अनुसूचित जाति और जनजाति आयोगों को वैधानिक दर्जा देने वाले विधेयक, महाराष्ट्र विशेष जन सुरक्षा विधेयक, लघु खनन प्राधिकरण विधेयक, त्र्यंबकेश्वर-नासिक कुंभ मेला प्राधिकरण विधेयक और मकोका अधिनियम में मादक पदार्थों को शामिल करने संबंधी संशोधन सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयक शामिल थे। महाराष्ट्र विशेष जन सुरक्षा अधिनियम लोकतांत्रिक तरीके से तैयार किया गया है और इसमें किसी को भी सीधे गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी कहा कि संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यायिक समिति की अनुमति आवश्यक है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पूरक मांगों के माध्यम से मेट्रो परियोजनाओं, नगर निगमों, जिला परिषदों के साथ-साथ पेयजल, महात्मा फुले जन आरोग्य योजना और छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए भारी धनराशि वितरित की गई है। दिव्यांगजनों को दिए जाने वाले भत्ते को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है और शिक्षक चरण अनुदान की भी घोषणा की गई है। अनुकंपा नीति में भी संशोधन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इसी सत्र में पशुपालन क्षेत्र को कृषि का दर्जा देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कल विधानसभा परिसर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और अध्यक्ष ने इस पर संज्ञान लिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटना दोबारा न हो।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव