छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मुखौटा लगा पूर्व मुख्यमंत्री की निकाली शव यात्रा
जयपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर बुधवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मुखौटे लगा शव यात्रा निकाल प्रदेश की भजनलाल सरकार से एक बार फिर छात
छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने मुखौटा लगा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निकाली शव यात्रा


जयपुर, 16 जुलाई (हि.स.)। छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर बुधवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मुखौटे लगा शव यात्रा निकाल प्रदेश की भजनलाल सरकार से एक बार फिर छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की। इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी कैंपस से सिविल लाइंस की ओर बढ़ने लगे, जिन्हें पुलिस ने यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर ही रोक दिया।

एबीवीपी इकाई अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने बेवजह छात्र संघ चुनाव स्थगित कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था। इसके खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी में विरोध जताया है। जहां एबीवीपी के कार्यकर्ता कांग्रेसी नेताओं के मुखौटे पहन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शव यात्रा निकाली। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी कैंपस में धरना देकर प्रदेश की भजनलाल सरकार से पूर्व सरकार द्वारा स्थगित किए गए छात्र संघ चुनाव को फिर से बहाल करने की मांग की। इसमें हमने यह है बताने की कोशिश की है कि उस वक्त जो कांग्रेसी नेता चुपचाप बैठे थे। वह अब चुनाव को लेकर बयान बाजी कर रहे हैं।

धर्मेंद्र ने कहा कि इसके साथ ही हम प्रदेश की भजनलाल सरकार से भी यह मांग करते हैं कि जल्द से जल्द राजस्थान में छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं। ताकि कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र को अपनी वाजिब मांग उठाने का मंच मिल सके। लेकिन अगर सरकार ने समय रहते हमारे इस मांग को पूरा नहीं किया। तो आने वाले वक्त में हम बड़ा आंदोलन करेंगे।

गौरतलब है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी में इस साल छात्र संघ चुनाव की मांग लेकर कई प्रदर्शन हो चुके हैं। पिछले दिनों एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बारात निकालकर प्रदेश में लोकतंत्र की विदाई का चित्रण किया था। इसके अलावा यूनिवर्सिटी पॉलिटिक्स से मुख्यधारा में आए राजनेताओं के फ्लेक्स के साथ विरोध जताकर छात्रसंघ चुनाव बहाल करने की मांग की थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश