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-सार्वजनिक सभा को मंत्री हजारिका ने किया संबोधित
मोरीगांव (असम), 18 जून (हि.स.)। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जागीरोड महाविद्यालय को स्वतंत्र महाविद्यालय घोषित करने के उपलक्ष्य में बुधवार को एक सार्वजनिक सभा आयोजित की गई। महाविद्यालय परिवार द्वारा आयोजित इस विशेष सार्वजनिक सभा में असम सरकार के मंत्री और स्थानीय विधायक पीयूष हजारिका विशेष रूप से शामिल हुए।
जागीरोड कॉलेज को हाल ही में स्वायत्त (ऑटोनॉमस) महाविद्यालय का दर्जा मिला है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 2025-26 से 2034-35 तक दस साल की अवधि के लिए यह दर्जा दिया है, यह दर्जा जागीरोड कॉलेज को अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को और बेहतर बनाने और स्वायत्त रूप से पाठ्यक्रम और मूल्यांकन प्रक्रियाएं संचालित करने की अनुमति देगा।
स्वायत्तता मिलने के बाद आज जागीरोड महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पुनिराम पाटर की अध्यक्षता में यह सभा आयोजित की गयी, जिसे संबोधित करते हुए राज्य के मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि इस विशेष मान्यता के कारण आगामी दिनों में मध्य असम के शैक्षिक क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के उन छात्रों को सहूलियत होगी, जो उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं।
समारोह के दौरान इस मान्यता में महाविद्यालय परिवार के स्थापना काल से महाविद्यालय के उत्थान में योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया गया। प्रिंसिपल डॉ. भबेन चंद्र नियोग ने कॉलेज के संस्थापकों के साथ-साथ स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री पीयूष हजारिका और सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए धन्यवाद दिया।
कॉलेज की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ. पुनीराम पातर ने भी उन सभी व्यक्तियों और संस्थानों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कॉलेज को इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की।
जागीरोड महाविद्यालय के आईक्यूएसी, छात्र एकता सभा और पूर्व छात्र सम्मेलन के द्वारा आयोजित सभा में जागीरोड समजिला के आयुक्त हृदय कुमार दास, तिवा स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य जीवन चंद्र कोंवर समेत कई विशिष्ट व्यक्ति और महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने जागीरोड कॉलेज को 2025-26 सत्र से अगले 10 वर्षों के लिए स्वायत्त दर्जा दिया है। यूजीसी के संयुक्त सचिव, स्वायत्तता विभाग, डॉ. आर. मनोज कुमार द्वारा हस्ताक्षरित एक अधिसूचना में, कॉलेज को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुच्छेद 7.5 के तहत स्वायत्त दर्जा दिया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय