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अनूपपुर, 16 जून (हि.स.)। चार हाथियों का समूह एक बार फिर से छत्तीसगढ़ के मरवाही से अनूपपुर जिले के जैतहरी क्षेत्र में प्रवेश कर निरंतर तीन दिनों से विचरण कर रहे हैं। जहां वह किसानों के खेत, बांडियों में लगी फसलों व ग्रामीणों के कच्चे मकान में तोड़फोड़ करते हुए रविवार की रात धनगवां बीट के कुसुमहाई के जंगल से निकल कर सोमवार को फिर गोबरी के जंगल में डेरा जमाया हैं। वहीं हाथियों के पुन: आने से ग्रामीण परेशान एवं दहशत में है।
चार हाथियों का झुंड अनूपपुर जिले में पुन: प्रवेश कर पिछले तीन दिनों से जैतहरी क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। रविवार की रात हाथियों ने धनगवां बीट के कुसुमहाई के जंगल से निकलकर कई गांवों को पार किया। इस दौरान कुसुमहाई गांव के झंडीटोला में बाल सिंह और बलराम सिंह के कच्चे मकान को क्षतिग्रस्त करते हुए घर में रखा खाद्य सामग्री भी खाया। हाथी धनगवां पंचायत के दर्रीटोला, पड़रिया पंचायत के चोई से होते हुए अनूपपुर-वेंकटनगर मुख्य मार्ग से रेलवे लाइन पार कर सोमवार को गोबरी के जंगल में पहुंच डेरा जमाया हैं।
हाथियों ने मई में भी जैतहरी क्षेत्र में डेरा डाला था। फिर छत्तीसगढ़ के मरवाही क्षेत्र में 14 दिन बिताने के बाद 14 जून की शाम को वापस मध्य प्रदेश आ गए। हाथियों ने रास्ते में किसानों के खेतों और बाड़ियों में लगी फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। जिला प्रशासन की टीम ग्रामीणों के साथ मिलकर हाथियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है। हाथियों के आने से क्षेत्र के ग्रामीण भयभीत हैं। गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से ये प्रवासी हाथी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के इलाकों में विचरण कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला