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जम्मू, 15 जून (हि.स.)। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सद्भावना के तहत डोडा जिले के देसा क्षेत्र के दूरदराज गांव चाबुन (गई) में एक संपूर्ण चिकित्सा एवं पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। यह शिविर गुज्जर और बक्करवाल समुदायों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया जो दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं और जहां स्वास्थ्य सुविधाएं एवं सड़क संपर्क बेहद सीमित हैं। इस पहल में सेना के चिकित्सा अधिकारियों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर और पशु चिकित्सक शामिल रहे। शिविर में सामान्य स्वास्थ्य जांच, बाल रोग, महिला स्वास्थ्य परामर्श और निशुल्क दवाओं का वितरण किया गया। माताओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए उन्हें प्राथमिक उपचार और दवाएं उपलब्ध कराई गईं।
साथ ही गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के पशुधन के लिए एक पशु चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया गया जिसमें गायों, बकरियों, घोड़ों, खच्चरों, भेड़ों और भैंसों की जांच और इलाज किया गया। ये पशु उनके आजीविका के मूल स्रोत हैं। कुल 192 रोगियों को उपचार प्रदान किया गया जिसमें 140 पुरुष, 38 महिलाएं और 14 बच्चे शामिल थे। वहीं 88 पशुओं की भी जांच और मुफ्त चिकित्सा की गई। इस शिविर में सरकारी मेडिकल कॉलेज के 2 डॉक्टरों और डोडा जिला पशुपालन विभाग के 5 सदस्यीय स्टाफ, जिनमें पशु चिकित्सक भी शामिल थे, ने भाग लिया।
स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना का हृदय से आभार प्रकट किया, जो इस बात का प्रमाण है कि सेना सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की सेवा के लिए कितनी प्रतिबद्ध है। यह समग्र चिकित्सा पहल न केवल उपचार और राहत लेकर आई, बल्कि विश्वास और संबंधों को भी मजबूत किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा