बच्चों के जीवन को आकार देने में प्राथमिक शिक्षकों की अहम भूमिका : धर्मेंद्र सिंह
फोटो कैप्शन 13आरटीके1 : शिक्षकों के लिए सहायक पत्रिका का विमोचन करते उपायुक्त -----------


उपायुक्त बोले, जीवन भर काम आता है प्राथमिक कक्षाओं का ज्ञान, शिक्षकों को प्रमाण पत्र किए वितरित

रोहतक, 13 जून (हि.स.)। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक एक बच्चे के जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे बच्चों को ज्ञान और कौशल प्रदान करते हैं जो उन्हें भविष्य में सफल जीवन जीने में मदद करते हैं। शुक्रवार को उपायुक्त राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भिवानी रोड में आयोजित बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे छात्रों को ज्ञान प्रदान करते हैं, उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक छात्रों को पढऩा, लिखना, और गणित जैसे बुनियादी कौशल सिखाते हैं। वे बच्चों को विभिन्न विषयों का ज्ञान भी प्रदान करते हैं जैसे कि विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, और कला। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बच्चों का माइंड सेट करने में प्राथमिक अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। प्राथमिक अध्यापक ही बच्चों को भाषा का उच्चारण सीखते हैं, जो ताउम्र उनके काम आता है।

इसके अलावा लेखन कौशल भी प्राथमिक अध्यापकों द्वारा ही सिखाया जाता है। उपायुक्त ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक ही शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं और बच्चों के उज्जवल भविष्य की नींव रखने वाले असली निर्माता हैं। इस अवसर पर उपायुक्त ने निपुण रोहतक पत्रिका का डिजिटल विमोचन भी किया। साथ ही प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले शिक्षकों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, दिलजीत सिंह, राजबाला, बिजेन्द्र हुड्डा, तुषार, जय भगवान, सुंदरलाल, रजनी, सुनीता अहलावत, सुरेंद्र दहिया, सुरेंद्र मोर, राजीव दलाल, सुनील खोखर, शमशेर व पूनम प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल