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- जलभराव एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मॉक ड्रिल कराने के निर्देश
देहरादून, 13 जून (हि.स.)। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को मानसून की तैयारियों की समीक्षा बैठक करते हुए कहा कि विभाग रिस्पांस टाइम पर ध्यान दें। मानसून अवधि में संभावित आपदाओं का प्रभावी तरीके से सामना करने के लिए सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लें। यदि कुछ कार्य किए जाने शेष हैं तो समय पर उन्हें पूरा कर लिया जाए।
शुक्रवार शाम सचिवालय में आयोजित बैठक में सभी दोनों मंडलों के आयुक्त और सभी जिलाधिकारियों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि आपदाओं का सामना करने में जहां आपदा पूर्व तैयारी महत्वपूर्ण है, वहीं रिस्पांस टाइम भी बेहद जरूरी है। जितना बेहतर हमारा रिस्पांस टाइम होगा, उतना ही प्रभावी तरीके से हम आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्य करने और आम जनमानस को राहत पहुंचाने में सफल हो सकेंगे।
मुख्य सचिव ने आगामी मानसून सीजन के दौरान जल भराव की समस्या और अन्य आकस्मिकताओं से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल और चंपावत के जलभराव तथा बाढ़ प्रभावित इलाकों में मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए।आने वाले कुछ महीने राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण रहेंगे। राज्य में चारधाम यात्रा भी चल रही है, ऐसे में सभी रेखीय विभागों का 24.7 अलर्ट रहना आवश्यक है।
मुख्य सचिव ने कहा कि मानसून अवधि में बाढ़ और जलभराव का एक प्रमुख कारण है, नदियों में सिल्ट का अत्यधिक मात्रा में जमा हो जाना। वन क्षेत्रों में नदियों की डिसिल्टिंग कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वन क्षेत्र में डिसिल्टिंग करने में जिन भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, उनका शासन के साथ वार्ता कर समाधान निकालकर कार्यवाही की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि आपदा संबंधी कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आपदा मद में जो भी धनराशि शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है, उसका शत-प्रतिशत उपयोग किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि धन का किसी प्रकार भी दुरुपयोग ना हो।
बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में विभिन्न रेखीय विभागों के नोडल अधिकारियों की तैनाती हो गई है। राज्य आपदा मोचन निधि और राज्य सेक्टर से पुनर्निर्माण और पुनर्प्राप्ति कार्यों के लिए और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 162 करोड़ की धनराशि जनपदों को जारी कर दी गई है। तैयारी और क्षमता विकास मद में प्रति जनपद एक-एक करोड़ रुपये जारी किए जाने की कार्यवाही गतिमान है। विभिन्न विभागों को भी धनराशि आवंटित की गई है।
बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु,सचिव पंकज कुमार पाण्डेय,सचिव एसएन पाण्डे,सचिव सी रविशंकर,सचिव धीराज गर्ब्याल,अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप,अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी,संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो.ओबैदुल्लाह अंसारी,अनु सचिव ज्योतिर्मय त्रिपाठी आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार