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नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। राजधानी समेत समूचे उत्तर, उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी का सितम जारी है। यहां तक कि पहाड़ों में भी गर्मी का सितम देखा जा रहा है। गुरुवार को मौसम विभाग द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक 13 जून को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र सहित उत्तर-पश्चिमी भारत में लू से लेकर भीषण गर्मी की स्थिति जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसमें कमी आएगी। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान आयानगर में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी के साथ न्यूनतम तापमान 30.5 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान, मध्य प्रदेश, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, जम्मू, कच्छ में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान 43-46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है। उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, शेष गुजरात, झारखंड से सटे दक्षिण-पश्चिम बिहार में 40-42 डिग्री सेल्सियस।
जम्मू, अरुणाचल प्रदेश, मध्य असम में अलग-अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पश्चिम पंजाब, उत्तरी राजस्थान, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी मेघालय, दक्षिण नागालैंड, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस और 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के लिए रेड अलर्ट, मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए ऑरेंज, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 13 जून को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र सहित उत्तर-पश्चिमी भारत में लू से लेकर भीषण गर्मी की स्थिति जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसमें कमी आएगी। गुुरुवार को राजस्थान में कुछ स्थानों, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और दिल्ली में कुछ स्थानों पर भीषण गर्मी की स्थिति रही।
मौसम विज्ञान विभाग के हीटवेव रेड अलर्ट पर काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) के सीनियर प्रोग्राम लीड विश्वास चितले ने बताया कि इस समय दिल्ली, अमृतसर, लुधियाना और जालंधर जैसे कई उत्तर भारतीय शहर हीटवेव (लू या उष्ण लहर) स्थिति का सामना कर रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इनमें से कुछ शहरों के लिए अगले 48 घंटों के लिए भीषण हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है।
ऐसी स्थिति में सभी लोगों का संबंधित सरकारी एजेंसियों के 'क्या करें और क्या न करें' निर्देशों का पालन करना जरूरी है। खुले स्थानों पर काम करने वालों को गर्मी से पर्याप्त राहत सुनिश्चित करने की भी जरूरत है। इसके लिए कूलिंग शेल्टर जैसे आश्रय स्थल बनाए जाने चाहिए, जो लोगों को गर्मी से राहत दे सकें। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर मेडिकल फर्स्ट-एड और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के साथ स्वच्छ व ठंडे पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध करानी चाहिए, ताकि लोग पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकें। साथ में, ऐसी भीषण हीटवेव की स्थिति में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच खुले स्थानों पर होने वाले कार्यों को कम या सीमित करना भी जरूरी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी