हिसार : एचएयू के रजिस्ट्रार व चीफ सिक्योरिटी अफसर सहित आठ पर केस दर्ज
अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे छात्र।


एचएयू के गेट पर सुबह से धरने पर बैठे विद्यार्थी।


एचएयू के गेट पर सुबह से धरने पर बैठे विद्यार्थी।


छात्रों पर लाठीचार्ज, कइयों के सिर फटने व चोटें लगने के मामले में कार्रवाई

एचएयू के सिक्योरिटी गार्डों पर लाठीचार्ज का आरोप, कार्रवाई की मांग पर अड़े

छात्र

हिसार, 11 जून (हि.स.)। सिविल लाइन पुलिस ने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के

रजिस्ट्रार पवन कुमार व चीफ सिक्योरिटी अधिकारी सुखबीर सहित आठ पर केस दर्ज किया है।

यह केस घायल छात्रों की शिकायत पर दर्ज किया गया है, ​जो अस्पताल में उपचाराधीन है।

छात्रों का आरोप है कि देर रात एचएयू के अधिकारियों व ​सुरक्षा गार्डों ने उन पर लाठीचार्ज

करके उन्हें घायल कर दिया। बुधवार को दिनभर पुलिस व एचएयू अधिकारियों की ओर से मान—मनौव्वल का दौरा जारी

रहा लेकिन देर सायं तक छात्र अड़े रहे कि उनके धरनास्थल पर आकर ही विश्वविद्यालय प्रशासन

बात करे और आरोपियों पर तुरंत कार्रवाई करे। मौके पर उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक

शशांक कुमार सावन, एडीसी सी. जयाश्रद्धा, एसडीएम ज्योति मित्तल सहित अनेक अधिकारी पहुंचे

और बातचीत की।

पुलिस ने रजिस्ट्रार पवन कुमार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर सिंह, प्रोफेसर

राधेश्याम मांझू के अलावा सुरक्षा गार्ड विजेन्द्र, अनूप, जगमेश पूनिया, नरेन्द्र व

सुमन के खिलाफ यह केस दर्ज किया है। इस संबंध में झज्जर जिले के भागलपुरी निवासी छात्र

दीपांशु ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के अनुसार मंगलवार को सुबह लगभग 10.30 बजे

हम छात्र व छात्राएं कुलपति कार्यालय के समक्ष छात्रवृति घटाने व एलडीवी की सीटें घटाने

व छात्रों कि फीस बढाने कि मांगो को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से बैठे हुये थे। उसी समय

एचएयू के सुरक्षा गार्ड बिजेन्द्र, अनूप, जगमेश पूनिया, नरेन्द्र व महिला गार्ड सुमन

ने मिलकर छात्र व छात्राओं पर हमला किया। इस हमले में हमारे छात्रों आनंद, जतिन व मोहित

को काफी गंभीर चोटें लगी। फिर रात लगभग सवा 10 बजे हम सभी छात्र कुलपति प्रो. बीआर

कम्बोज के आवास के पास शांतिपूर्ण ढंग से बैठे थे। उसी समय कुलपति की गाड़ी आई। आरोप

है कि कुलपति के इशारे पर ऱजिस्टार पवन कुमार, प्रोफेसर ऱाधेश्याम मांझू, सीएसओ सुखबीर

सिंह व एचएयू के सुरक्षा गार्डों ने हमारे उपर लाठी डंडों से हमला किया औऱ पवन कुमार

रजिस्ट्रार ने अपने हाथ में लिया हुआ डंडा शिकायतकर्ता की कोहनी के पास मारा। प्रोफेसर

राधेश्याम मांझू ने उसके सिर पर डंडा मारा। इस घटना में हमारे साथी छात्रों चकसु, निखिल,

राहुल, मोहित कुमार, विक्रम व अन्य छात्रों काफी गंभीर चोटें लगी है। छात्रों ने आरोप

लगाया कि उनके उपर जान से मारने की नीयत से हमला किया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया

है।

यह था पूरा मामला

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार देर रात हुए हंगामे व लाठीचार्ज में

कई छात्रों को चोटें आई। लाठीचार्ज का आरोप एचएयू के सिक्योरिटी गार्डों पर लगा है।

इससे पहले दिन में भी सिक्योरिटी गार्डों पर छात्रों को दौड़ा दौड़ा कर पीटने की वीडियो

वायरल हुई थी। घायल लगभग डेढ़ दर्जन छात्रों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। किसी

छात्र का सिर फूट गया तो किसी को हाथ व पीठ पर चोटें लगी हैं। ज्यादातर छात्रों को

सिर पर चोटें लगी हैं।

छात्रों ने ये लगाए आरोप

घायल छात्रों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड ने लाठियां

भांजी है और उनके साथ अभद्रता भी की। यहां तक कि सिक्योरिटी गार्ड की ओर से स्टूडेंट्स

को धमकी तक दी। कुछ छात्रों को सिर पर गहरी चोट लगी है। घटना के समय वहां पर कोई ड्यूटी

मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी नहीं की गई थी। इसी दौरान एचएयू के सिक्योरिटी गार्ड ने

छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। सूचना मिलने पर घायल छात्रों के परिजन भी रात को अस्पताल

में पहुंचे।

वीसी से मिलना चाहते थे छात्र

छात्र दिन में हुई मारपीट मामले में कार्रवाई की मांग पर वीसी आवास के बाहर

धरने पर बैठे थे और वीसी से मिलना चाहते थे मगर उनसे मिलने वीसी नहीं पहुंचे, जबकि

यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मिलने आए थे। छात्रों की मांग पर सुनवाई के बजाय प्रोफेसर

और सिक्योरिटी गार्ड छात्रों पर ही तैश में आ गए। इस पर मामला बिगड़ गया। छात्र पक्ष

की ओर से कार्रवाई की मांग की और उनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई। इस बीच सिक्योरिटी

गार्ड ने सीधा छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया।

पुलिस करेगी कार्रवाई

सिविल लाइन थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि उस समय पुलिस नहीं थी। पुलिस

की ओर से कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया है। सिक्योरिटी गार्ड लाठीचार्ज नहीं कर सकते।

स्टूडेंट्स को भी चोटें आई है। घायलों के बयान दर्ज कर रहे हैं और जो उचित कार्रवाई

होगी, वो की जाएगी।

स्टाइफंड नीति में बदलाव का विरोध कर रहे छात्र

मामले के अनुसार स्कॉलरशिप नीति में बदलाव के विरोध में स्टूडेंट्स मंगलवार

दोपहर को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने के लिए कुलपति कार्यालय गए थे। स्टूडेंट्स कुलपति

को अपना ज्ञापन सौंपना चाहते थे। इसके लिए वह वीसी कार्यालय में जाने लगे तो सिक्योरिटी

गार्ड ने उनको गेट पर बाहर ही रोक लिया। इस दौरान एग्रीकल्चर के सभी स्टूडेंट्स वीसी

कार्यालय गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए और मांगों को लेकर रोष जताने लगे। इसका यूनिवर्सिटी

के बाकी स्टूडेंट्स और इनसो छात्र संगठन ने समर्थन भी किया। ऐसे में सिक्योरिटी गार्ड

ने स्टूडेंट्स को धरने से उठाने के लिए उनको खदेड़ना शुरू कर दिया। इसका छात्रों ने

रोष जताया ताे उनके बीच बहस हो गई।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर