वेदर कैमरा लगाना जरूरी, हेली सेवा के सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं : मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  मुख्यमंत्री आवास में बैठक करते ।


- मुख्यमंत्री ने गत वर्षों में हुए हेली दुर्घटनाओं की ऑडिट के दिए निर्देश

- अगले 10 वर्षाे के लिए हेली सेवाओं की कार्ययोजना बनाएगी यूकाडा

- वैष्णो देवी में संचालित की जा रही हेली सर्विस मॉडल का करें अध्ययन

देहरादून, 11 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में सेवाएं दे रहे सभी हैली सर्विस प्रोवाइडर्स और ऑपरेटर्स को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि हेली सेवाओं के सुरक्षा मानकों से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। हेली सेवा लेने वाले यात्रियों की अधिकाधिक आंकड़ों से आत्ममुग्ध हुए बिना सुरक्षा मानकों को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गत वर्षों में हुए हेली दुर्घटनाओं की आडिट व निरन्तर समीक्षा के भी निर्देश दिए हैं ताकि इनकी पुनरावृत्ति ना हो।

सीएम धामी बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखंड में अपनी सेवाएं दे रहे सभी हेलीकॉप्टर सर्विस प्रोवाइडर्स और ऑपरेटर्स, यूकाडा, एएआईबी एवं डीजीसीए के साथ प्रदेश की हेली सेवाओं की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नोडल के रूप में यात्रियों की सुरक्षा हमारा का सबसे बड़ा दायित्व हैं। मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर के नियमित फिटनेस जांच का सख्ती से पालन, हैलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के लिए ठोस व प्रभावी एसओपी बनाने और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में चलने वाले हेलीकॉप्टर के इंजन के सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करने कड़े निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने मौसम के कारण हेली सेवाओं में बाधाओं, मौसम की सटीक जानकारी एवं सुरक्षा के दृष्टिगत केदार वैली के साथ ही अन्य सभी चारधाम वैली में वैदर कैमरा लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यूकाडा को भविष्य में केवल डबल इंजन हेलीकॉप्टर्स संचालित करने के लिए ठोस पॉलिसी तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यूकाडा एवं संबंधित स्टेकहॉल्डर्स को वैष्णो देवी में संचालित की जा रही हेली सर्विस मॉडल का अध्ययन करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने यूकाडा को राज्य के लिए अगले 10 वर्षाे के लिए हैली सेवाओं की कार्ययोजना बनाने के निर्देश बैठक में दिए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन एवं चारधाम राज्य होने के कारण हैली सेवाओं की मांग राज्य में अधिकाधिक बढ़ने वाली है। विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण भविष्य में हैली सेवाओं राज्य का आधार होंगी।

66 हजार से अधिक यात्री हेली शटल सेवाओं का लिया लाभ: मुख्यमंत्री ने अत्यधिक अनुभवी पायलटों को ही राज्य में हेली सेवाओं में रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही हेली ऑपरेटर्स को यात्रियों के साथ संवेदनशील व्यवहार बनाऐ रखने की भी सख्त नसीहत दी है ताकि विश्वभर से आने वाले पर्यटक देवभूमि से सुखद अनुभव लेकर जाए। उन्होंने हैली ऑपरेटर्स एवं प्रशासन को चारधाम मार्गों पर स्वच्छता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में हेली सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में बहुत से हेलीपेड निर्माणाधीन हैं। इस वर्ष अभी तक 66000 से अधिक यात्री हेली शटल सेवाओं की सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।

बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु,आर मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव सचिन कुर्वे,अपर सचिव सोनिका एवं राज्य में सेवाएं दे रहे सभी हेली एवं चाटर्ड सर्विस ऑपरेटर्स मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार