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नई दिल्ली, 9 मई (हि.स)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीमा पर तनाव से उत्पन्न सुरक्षा चिंताओं के बीच शुक्रवार को बैंकों से किसी भी संकट से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क रहने को कहा। सीतारमण ने कहा कि देश की बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली मजबूत और लचीली बनी हुई है।
पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) एंव प्रबंध निदेशकों (एमडी) के साथ नई दिल्ली में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सीतारमण ने बैंकों को किसी भी स्थिति या संकट से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया, ताकि देशभर में नागरिकों, खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तक निर्बाध पहुंच सुनिश्चित हो सके। वित्त मंत्री ने कहा, बैंकिंग सेवाएं, भौतिक और डिजिटल दोनों, बिना किसी व्यवधान और गड़बड़ी के काम करनी चाहिए और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन प्रोटोकॉल को अपडेट और परखा जाना चाहिए।
वित्त मंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों के आसपास की शाखाओं में काम करने वाले बैंक कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए बैंकों को सुरक्षा एजेंसियों के साथ प्रभावी समन्वय करके उनकी पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रायोजक बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन दिनों में आरआरबी को अच्छी तरह से सहायता मिले और उन्हें किसी भी समस्या का सामना करने में मदद मिले।
वित्त मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि इस बैठक में वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस), वित्त मंत्रालय, सीईआरटी-इन, आरबीआई, आईआरडीएआई और एनपीसीआई के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया, जिसमें इंटरनेट बैंकिंग और यूपीआई जैसे डिजिटल अनुप्रयोगों सहित बैंकिंग क्षेत्र की परिचालन और साइबर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर