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अजमेर, 24 मई (हि.स.)। मांगलियावास थाना क्षेत्र में ट्रेलर चालक की संदिग्ध हालात में मौत के बाद शनिवार को परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। परिजनों ने जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर विरोध प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि ट्रेलर चालक फतेह सिंह की कुछ लोगों और पुलिस की पिटाई से मौत हुई है।
मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि 15-16 मई की रात को फतेह सिंह कोटपूतली से कंटेनर लेकर ब्यावर जा रहे थे। रास्ते में तबीजी गांव के पास कुछ लोग पिकअप और बाइक से उनका पीछा करने लगे। खतरे को भांपकर उन्होंने ट्रेलर को तेज भगाया, लेकिन मकरेड़ा तिराहे के पास चौधरी होटल केसरपुरा के पास उन्हें रोक लिया गया।
लक्ष्मी देवी के अनुसार आरोपितों ने ट्रेलर के शीशे तोड़े और फतेह सिंह को नीचे उतारकर बुरी तरह पीटा। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और फतेह सिंह को थाने ले गई।
लक्ष्मी देवी ने आरोप लगाया कि थाने में पुलिस ने फतेह सिंह को बेरहमी से पीटा और खाली कागजों पर जबरन साइन करवाए। इसके बाद वे बेहोश हो गए। उन्हें ब्यावर के एकेएच अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर किया गया। इलाज के दौरान 23 मई की शाम 6:30 बजे उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने आरोपितों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और मांगलियावास थाने के दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की है। मृतक की पत्नी ने शिवराज सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह राजपूत, निवासी हटूंडी अजमेर और उसके तीन-चार साथियों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
सीओ रामचंद्र चौधरी ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया है। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर आरोपित पक्ष और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने अजमेर के एसपी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की जांच का भरोसा दिलाया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित