लोक अदालत में 34666 लंबित और 293638 प्री-लिटिगेशन वादों का निस्तारण
रांची,10 मई (हि.स.)। रांची सिविल कोर्ट समेत राज्य के सभी जिला अदालतों में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का वर्चुअल उदघाटन हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सुजित नारायण प्रसाद की ओर से लोहरदगा न्यायमंडल से किया गया। लोक अदालत में रांची सिविल कोर्ट के न्य
राशि देते हुए न्यायायुक्त सहित अन्य


रांची,10 मई (हि.स.)। रांची सिविल कोर्ट समेत राज्य के सभी जिला अदालतों में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का वर्चुअल उदघाटन हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सुजित नारायण प्रसाद की ओर से लोहरदगा न्यायमंडल से किया गया।

लोक अदालत में रांची सिविल कोर्ट के न्यायायुक्त अनिल कुमार मिश्रा ने लाभुकों के बीच चेक वितरित किये।

उन्होंने वाहन दुर्घटना मुआवजा के तौर पर मदेश्वर पांडे को 98,87,965 रूपये के चेक का वितरण अपने हाथों से एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारियों की ओर से कुल 25 पीड़ितों के बीच 68,00,000/- रूपये चेक का वितरण किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए न्यायिक दण्डाधिकारियों के लिए 39 बेंच एवं कार्यपालक दण्डाधिकारियों के लिए 19 बेंच का गठन किया गया था।

इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 34666 लंबित मामले तथा प्री-लिटिगेशन के 293638 वादों का निस्तारण किया गया। साथ ही 1,39,59,20,987 राशि का सेटलमेंट हुआ।

मौक़े पर न्यायायुक्त अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि वादों के त्वरित निष्पादन में अधिवक्ताओं और मध्यस्थों की भूमिका अहम होती है। राष्ट्रीय लोक अदालत वादकारियों के लिए सुलभ एवं निःशुल्क न्याय पाने का एक माध्यम है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे