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बेंगलुरु, 23 अप्रैल (हि.स.)। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के कप्तान रजत पाटीदार ने राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के खिलाफ 24 अप्रैल को होने वाले अहम मुकाबले से पहले मीडिया से बातचीत में टीम के हालिया प्रदर्शन और रणनीतियों को लेकर खुलकर बातें कीं। उन्होंने खासतौर पर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच, टॉस फैक्टर, 'इम्पैक्ट प्लेयर' के इस्तेमाल और कप्तानी के अनुभव पर अपने विचार साझा किए।
पाटीदार ने स्वीकार किया कि घरेलू मैदान पर टीम का प्रदर्शन अपेक्षा से कमतर रहा है। उन्होंने कहा, “हमने होम मैचों में अच्छी क्रिकेट नहीं खेली है। टॉस हमारे हाथ में नहीं होता, लेकिन पिचें इस बार थोड़ी ट्रिकी हैं। फिर भी, यह कोई बहाना नहीं है। हमें परिस्थितियों के अनुसार खुद को शीघ्र ढालना होगा।”
टॉस के महत्व पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं है कि अगर टॉस हार गए तो आधी जंग हार गए। हमें जो भी परिस्थिति मिले, उसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना हमारा लक्ष्य है।”
टीम के मनोबल को लेकर रजत ने कहा कि “इस लीग में मैच लगातार होते हैं, इसलिए जरूरी है कि हम अतीत की गलतियों से सीखें और वर्तमान पर ध्यान दें। हार को पीछे छोड़कर हर मुकाबले में नए जोश के साथ उतरना ही हमारी रणनीति है।”
इम्पैक्ट प्लेयर को लेकर उन्होंने खुलासा किया कि पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में मनोज भांडगे को मैदान में उतारना अचानक लिया गया फैसला था, जो परिस्थिति के हिसाब से सही था। उन्होंने बताया कि “हमने जल्दी विकेट खो दिए थे, इसलिए एक अतिरिक्त बल्लेबाज की जरूरत थी”।
पिच की चुनौतियों पर पाटीदार ने कहा, “इस बार की पिचें दो-रूपी हैं और उछाल में भी बदलाव रहता है, जिससे गेंदबाज़ों को मदद मिल रही है। इसलिए शॉट चयन में सतर्क रहना बहुत जरूरी है।” हालांकि उन्होंने कहा कि क्यूरेटर अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन एक खिलाड़ी के रूप में हमें परिस्थितियों से समझौता करना होता है। बहाने नहीं चलेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय