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धर्मशाला, 21 अप्रैल (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी के भू-स्तंभों की पारंपरिक प्रथाओं का दस्तावेजीकरण करने वाला एक मोनोग्राफ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को भेंट किया गया। यह प्रकाशन भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत न्यास (इनटैक) द्वारा प्रकाशित किया गया है, जिसमें इस क्षेत्र की अनूठी सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परंपराओं पर प्रकाश डाला गया है। इस मोनोग्राफ को औपचारिक रूप से मालविका पठानिया द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस प्रकाशन के लेखक इनटैक के प्राचार्य मनु भटनागर और डॉ. सुमेश एन. दुदानी हैं। दोनों ने स्पीति घाटी की सांस्कृतिक विरासत पर गहन शोध किया है। इस अवसर पर सांसद राजीव भारद्वाज और विधानसभा सदस्य रणबीर सिंह निक्का भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने स्पीति क्षेत्र की समृद्ध, कम ज्ञात परंपराओं को प्रकाश में लाने के लिए इनटेक और लेखकों के प्रयासों की सराहना की और भावी पीढ़ियों के लिए ऐसी स्वदेशी विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर बल दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया