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कोलकाता, 15 मार्च (हि. स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने 14 मार्च को दक्षिण बंगाल और सुंदरबन क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा व्यवस्था और संचालन की समीक्षा की। उनके इस दौरे का मुख्य उद्देश्य मौजूदा सुरक्षा उपायों और परिचालन तैयारियों का मूल्यांकन करना था, ताकि सीमाई इलाकों में सुरक्षा तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
बीएसएफ ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया है कि महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने कोलकाता के राजारहाट स्थित दक्षिण बंगाल सीमान्त मुख्यालय में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अनौपचारिक बैठक की। बैठक में पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी और दक्षिण बंगाल सीमान्त के महानिरीक्षक करनी सिंह शेखावत भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने सीमा पर सुरक्षा स्थिति, घुसपैठ की रोकथाम और अपराध नियंत्रण उपायों की समीक्षा की।
महानिरीक्षक करनी सिंह शेखावत ने सीमा सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घुसपैठ और तस्करी को रोकने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और रणनीतियों का उपयोग किया जा रहा है। इस पर महानिदेशक चौधरी ने संतोष व्यक्त किया और निर्देश दिया कि जवान सतर्कता के उच्चतम मानकों को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि घुसपैठ और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए ड्रोन, नाइट विजन कैमरा और अन्य तकनीकी साधनों का प्रभावी उपयोग किया जाए।
महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने अपने दौरे के दौरान सुंदरबन क्षेत्र में बीएसएफ की सुरक्षा रणनीतियों का भी जायजा लिया। उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण इलाके में जवानों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह इलाका भौगोलिक रूप से कठिन है, लेकिन बीएसएफ के जवानों ने सीमाई सुरक्षा को मजबूत बनाए रखने में बेहतरीन कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान कठिन परिस्थितियों में भी पूरी निष्ठा और साहस के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनके प्रयासों के कारण ही सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनी हुई है।
महानिदेशक ने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि वे देश की सुरक्षा के प्रहरी हैं और उनके समर्पण पर पूरा देश गर्व करता है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सीमा सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों और नवीन रणनीतियों का अधिकतम उपयोग किया जाए।
अपने दौरे के अंत में महानिदेशक चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सीमा पर सुरक्षा मानकों को और अधिक मजबूत करें और भविष्य में आने वाली किसी भी चुनौती का पूरी दृढ़ता से सामना करें। उन्होंने कहा कि सरकार और बीएसएफ मुख्यालय से हरसंभव सहयोग मिलेगा ताकि सुरक्षा तंत्र और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सीमा पर सतर्कता को और कड़ा किया जाए और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जाए। उन्होंने भरोसा जताया कि बीएसएफ के सतर्क जवान सीमाई सुरक्षा को अभेद्य बनाए रखेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर