महाराष्ट्र के अध्ययन दल ने इंदौर आकर समझी एसआईआर की कार्यप्रणाली, की प्रशंसा
इंदौर, 12 दिसम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न जिलों से मध्य प्रदेश के प्रवास पर आए अध्ययन दल ने शुक्रवार को इंदौर जिले में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य का अवलोकन किया। दल के सदस्यों ने मतदान केन्द्र स्तर पर संचा
महाराष्ट्र के अध्ययन दल ने इंदौर आकर समक्षी एसआईआर की कार्यप्रणाली


इंदौर, 12 दिसम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न जिलों से मध्य प्रदेश के प्रवास पर आए अध्ययन दल ने शुक्रवार को इंदौर जिले में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य का अवलोकन किया। दल के सदस्यों ने मतदान केन्द्र स्तर पर संचालित गतिविधियों, तकनीकी प्रक्रियाओं एवं प्रशासनिक व्यवस्था की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इंदौर का सुव्यवस्थित एवं नवाचार-आधारित क्रियान्वयन देखकर उन्होंने जिले की कार्यप्रणाली की सराहना की।

महाराष्ट्र के अध्ययन दल ने इंदौर में अपनाई जा रही क्रियाविधियों, दस्तावेजीकरण, डिजिटाईजेशन और फील्ड स्तर पर किए जा रहे सत्यापन की प्रक्रिया को समझा। इंदौर जिले के उप जिला निर्वाचन अधिकारी पवार नवजीवन विजय ने दल को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एसआईआर की कार्यवाहियों, कार्य में आई चुनौतियों, स्थानीय नवाचारों तथा अभी तक प्राप्त प्रशासनिक उपलब्धियों की जानकारी विस्तार से दी। साथ ही उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण की चरणबद्ध प्रक्रिया, मॉनिटरिंग तंत्र और तकनीकी उपयोग को भी समझाया।

प्रशिक्षण सत्र में जिले के संयुक्त कलेक्टर एवं सहायक उप जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, सर्वप्रथम लक्ष्य प्राप्त करने वाले विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 211-सांवेर (अ.जा.) के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी घनश्याम धनगर, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी विकास रघुवंशी, मास्टर ट्रेनर आरके पाण्डेय तथा सर्वप्रथम शत-प्रतिशत डिजिटाईजेशन पूर्ण करने वाले बीएलओ एवं बीएल सुपरवाइजर्स ने भी अपने अनुभव बताये।

अध्ययन दल के सदस्यों ने इंदौर जिले की कार्यप्रणाली को मॉडल के रूप में अपनाने योग्य बताते हुए कहा कि यहाँ नवाचार और टीमवर्क के माध्यम से उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए गए हैं। दल ने विस्तृत जानकारी एवं अनुभव साझा करने के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

महाराष्ट्र से आये अध्ययन दल में परभणी जिले की उप जिला निर्वाचन अधिकारी अरूणा संगेवार, नांदेड़ जिले के एसडीओ डॉ. सचिन खल्लाल, कलमनूरी हिंगोली एसडीएम प्रतिक्षा भूते, परभणी के तालुका मजिस्ट्रेट पांडूरंग माचेवाड़, नांदेड़ के बीएलओ शिवानंद स्वामी और टेक्निकल असिस्टेंट दिवाकर जगताप शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर