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डकार, 04 नवम्बर (हि.स.)। कैमरून में राष्ट्रपति पॉल बिया के पुनर्निर्वाचन के बाद भड़की हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 48 नागरिकों की मौत हुई है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र के दो सूत्रों ने मंगलवार को रॉयटर्स को दी।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, अधिकांश लोगों की मौत सुरक्षा बलों की गोलीबारी में हुई, जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत लाठी और डंडों से की गई पिटाई के कारण हुई चोटों से हुई।
सरकार की ओर से अब तक मृतकों की कोई आधिकारिक संख्या जारी नहीं की गई है और न ही किसी सरकारी प्रवक्ता ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
राष्ट्रपति पॉल बिया, जो 1982 से सत्ता में हैं और दुनिया के सबसे उम्रदराज़ शासनाध्यक्षों में से एक हैं, को हालिया चुनाव में 53.66% वोट मिले, जबकि विपक्षी उम्मीदवार इसा चिरोमा बकारी को 35.19% वोट प्राप्त हुए। बकारी ने चुनाव के तुरंत बाद स्वयं को विजेता घोषित किया, जिसके बाद देशभर में प्रदर्शन भड़क उठे।
मानवाधिकार संगठन “स्टैंड अप फॉर कैमरून” ने पिछले सप्ताह बताया था कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कम से कम 23 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के ताज़ा आंकड़ों ने इस संख्या को 48 तक बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, लगभग आधी मौतें लिटोरल क्षेत्र में हुईं, जिसमें डौआला बंदरगाह शहर शामिल है, जहां चुनाव परिणामों के खिलाफ सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हुए। इसके अलावा तीन जेंडार्म (सुरक्षा कर्मी) की भी मौत हुई है।
उत्तर क्षेत्र (नॉर्थ रीजन), जिसकी राजधानी गरोआ है और जो विपक्षी नेता बकारी का गृह नगर भी है, वहां 10 मौतें दर्ज की गईं।
हालांकि, इस सप्ताह विरोध प्रदर्शन कम हो गए हैं। बकारी ने सोमवार से शुरू होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय बंद का आह्वान किया था, जिसमें समर्थकों से कहा गया कि वे चुनाव परिणामों के विरोध में घर पर रहकर गतिविधियां बंद रखें।
राष्ट्रपति बिया के गुरुवार को शपथ ग्रहण करने की संभावना है, जिससे देश में राजनीतिक तनाव एक बार फिर बढ़ सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय