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डीजीपी ने सभी अधिकारियों को जारी किए निर्देश
चंडीगढ़, 2 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा पुलिस अब फार्मास्यूटिकल ड्रग के इंजेक्शन से होने वाली मौतों की गहन जांच करेगी। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने राज्य के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फार्मास्यूटिकल ड्रग के इंजेक्शन से मरने वाले व्यक्ति के मोबाइल फोन की जांच की जाए।
आमतौर पर नशे या फार्मास्यूटिकल ड्रग से होने वाली मौतों के मामले में पुलिस द्वारा परिजनों के बयान दर्ज करके लाश को पोस्टमार्टम के बाद उनके हवाले कर दिया जाता है। ऐसे में फार्मास्यूटिकल ड्रग के अवैध कारोबारी बच निकलते हैं। अब पुलिस ने इस पर रणनीति के तहत जांच करने का फैसला किया है।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि अब फार्मास्यूटिकल ड्रग के इंजेक्शन से मरने वाले व्यक्ति के मोबाइल फोन की जांच की जाएगी। उसकी लोकेशन/कॉल डिटेल्स से उस केमिस्ट शॉप के मालिक का पता करेंगे जिसने उसको ये प्रतिबंधित दवाई बेची।
यह जानते हुए भी कि उसके इंजेक्शन से खरीदने वाले की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे समाज के दुश्मनों और युवाओं की जान से खेलने वाले लालचियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा ठोक उसे वर्षों जेल में ठूसे रखेंगे। पुलिस महानिदेशक के निर्देश के बाद हरियाणा के सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को इस बारे में बताया गया है। उन्होंने अपने अंतर्गत आते पुलिस थानों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। अब पुलिस द्वारा फार्मास्यूटिकल ड्रग से होने वाली मौत को हत्या मानकर जांच की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा