अनुशासनहीनता पर बर्दाश्त नहीं करेगी कांग्रेस
हरियाणा कांग्रेस अनुशासन समिति के पदाधिकारी पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए


-अनुशासन समिति ने पांच जोन में बांटा हरियाणा,हर जोन में होगी बैठक

चंडीगढ़, 2 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं व नेताओं को स्पष्ट किया है कि पार्टी में अनुशासनहीनता को सहन नहीं किया जाएगा। रविवार को प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी की पहली बैठक चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई। कमेटी के चेयरमैन धर्मपाल सिंह मलिक की अध्यक्षता में हुई इस अहम बैठक में जगाधरी विधायक अकरम खान, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी और सदस्य सचिव व वरिष्ठ अधिवक्ता रोहित जैन शामिल रहे।

कमेटी ने पहली ही बैठक में संगठनात्मक अनुशासन को लेकर प्रदेश को पांच जोनों में बांटने का निर्णय लिया। हर जोन में अनुशासन और आचार संहिता पर जागरूकता बैठकों का आयोजन किया जाएगा।

एक नंबर जोन में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र व कैथल, दो नंबर जोन में करनाल, पानीपत, सोनीपत व जींद, तीन नंबर जोन में गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह व पलवल, चार नंबर जोन में रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, भिवानी व चरखी दादरी तथा पांच नंबर जोन में फतेहाबाद, हिसार व सिरसा जिलों को शामिल किया गया है।

कमेटी के सदस्य सचिव रोहित जैन ने बताया कि आने वाले दिनों में जोन-वाइज बैठकें आयोजित होंगी, जिनमें जिलास्तरीय पदाधिकारियों, प्रमुख नेताओं और ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ताओं को बुलाया जाएगा। इन बैठकों में उन्हें अनुशासन की आचार संहिता ‘कायदे से पढ़ाई और समझाई’ जाएगी।

चेयरमैन धर्मपाल मलिक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी का संविधान और नियम सबसे ऊपर हैं। नेता चाहे कितना ही बड़ा क्यों न हो, अगर उसने नियम तोड़े तो कार्रवाई तय है। उन्होंने यह भी बताया कि कमेटी का गठन 28 अक्तूबर को हुआ है, इसलिए अब 28 अक्तूबर के बाद सामने आने वाले अनुशासनहीनता के मामलों पर ही कार्रवाई की जाएगी। पुराने मामलों में कमेटी दखल नहीं देगी।

कमेटी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन मामलों का संबंध प्रदेश संगठन के अधिकार क्षेत्र से है, उन पर सुनवाई के बाद तुरंत निर्णय लिया जाएगा। वहीं, सांसदों, एआईसीसी सदस्यों या राष्ट्रीय पदाधिकारियों से जुड़े मामलों में रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी। धर्मपाल सिंह मलिक ने विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के कारणों पर माना कि गुटबाजी, बयानबाजी और अनुशासनहीनता की वजह से कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस को वोट देना चाहती थी,लेकिन हमारे अपने नेताओं की खींचतान और आपसी टकराव ने जनसमर्थन को नुकसान पहुंचाया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा