अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर काे लेकर सिंधी समाज ने निकाली आक्रोश रैली
शहर में निकाली गई आक्रोश रैली में शामिल सिंधी समाज के लोग।


धमतरी, 2 नवंबर (हि.स.)। सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल पर इंटरनेट मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर समाज जनों ने दो नवंबर को शहर में आक्रोश रैली निकालकर छत्तीसगढ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की। सिंधी समाज के पदाधिकारियों ने इनकी गिरफ्तारी नहीं होने पर धमतरी बंद कराने की चेतावनी दी है।

रविवार को शहर के सिंधी समाज के लोगों ने अपनी व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद कर सुबह 11 भी घड़ी चौक से सदर बाजार होते हुए थाना सिटी कोतवाली तक आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान समाज जनों ने आराध्य भगवान झूलेलाल पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले रायपुर के अमित बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। थाना सिटी कोतवाली परिसर पहुंचने के बाद समाज जनों ने अमित बघेल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़ गए। पुलिस प्रशासन की ओर से सीएसपी अभिषेक चतुर्वेदी एवं कोतवाली प्रभारी राजेश मरई ने समाज जनों को समझाने का प्रयास किया कि यहां एफआईआर दर्ज करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि रायपुर में पहले से ही इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज है।

सिंधी समाज ने पुलिस को चेतावनी देकर कहा कि अगर 10 मिनट के भीतर एफआईआर दर्ज नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने बिना देरी किए समाज प्रमुखों को बुलाकर एफआईआर दर्ज किया। सिंधी समाज के अध्यक्ष चंद्रलाल जसवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा सार्वजनिक रूप से इंटरनेट मीडिया पर भगवान श्री झूलेलाल एवं पूरे सिंधी समाज को पाकिस्तानी सिंधी कहा है। इनके द्वारा भारत की संप्रभुता, एकता व अखंडता को खतरे में डालने के उद्देश्य से देश में माहौल खराब करने का कार्य किया गया है। उनका वक्तव्य अत्यंत अपमानजनक, निंदनीय, भड़काऊ और सामाजिक व सांस्कृतिक भावनाओं को गहराई से आहत करने बाला हैं। जिससे हमारे समाज जनों को अत्यंत ठेस पहुंची है। पुलिस प्रशासन इन्हें तत्काल गिरफ्तार जेल भेजें नहीं तो सर्व समाज के साथ मिलकर धमतरी बंद करवाएंगे। सिंधी समाज सदैव देश की एकता सदभाव और शांति में विश्वास रखता है। समाज को पाकिस्तानी कहना केवल समाज नहीं, बल्कि भारत राष्ट्र की एकता और भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा का भी अपमान है।

इस दौरान रामचंद वाधवानी, संतोष तेजवानी, महेश रामाख्यानी, नरेंद्र रोहरा, विजय मोटवानी, चेतन हिंदूजा, बंटी वाधवानी, राजा रोहरा, कैलाश कुकरेजा, रजत जसूजा, विकास कुमार, जय हिंदूजा, राजेश चावला, गौतम वाधवानी, सोनू जसूजा, रोमी सावलानी, राकेश चंदवानी, राजेश चावला, अशोक चारवानी, भजनलाल काररा, राहुल बख्तानी, अर्जुन जसवानी, इंद्रकुमार हिंदूजा, राहुल जेठवानी, योगेश जसूजा, प्रकाश थारवानी, अर्जुन लखवानी, सुरेश गलवानी, विशाल रामरख्यानी, रमेश गंगवानी, भरत गंगवानी, विजय राजवानी, दिलीप भोजवानी सहित बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोग मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा