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चित्तौड़गढ़ (राजस्थान), 25 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा स्थित परमाणु बिजलीघर के भारी पानी संयंत्र में शनिवार सुबह करीब 11 बजे हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का रिसाव होने से पांच कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए। पांचों व्यक्ति को परमाणु बिजलीघर चिकित्सालय लाया गया। प्राथमिक उपचार के दाैरान दो कर्मचारियों की हालत गंभीर होने पर उन्हें कोटा रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार शनिवार को हाइड्रोजन सल्फाइड जनरेशन प्लांट में शटडाउन से पहले एक टैंक खाली किया जा रहा था। इसी दौरान गैस लीक हो जाने से संयंत्र सुपरवाइजर रामजीराम, ठेकेदार कर्मचारी धर्मेंद्र लुहार, मधुसूदन व सुनील कुमार सहित पांच कर्मचारी गैस की चपेट में आ गए। गैस लीक होते ही प्लांट में अलर्ट घोषित किया गया और प्रभावितों को परमाणु बिजलीघर चिकित्सालय लाया गया। सुपरवाइजर रामजीराम और धर्मेंद्र लुहार को गंभीर हालात में कोटा रेफर किया। धर्मेंद्र की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही डीएसपी कमल प्रसाद मीणा, तहसीलदार विवेक गरासिया, थानाधिकारी रायसल सिंह सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिलहाल, गैस रिसाव के कारणों का पता नहीं चल सका है। संयंत्र परिसर में जांच जारी है और अधिकारियों के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है।
भारी पानी संयंत्र रावतभाटा के महाप्रबंधक पी. सतीश ने बताया कि रख-रखाव के दौरान एक गैस किट से अचानक रिसाव हो गया। गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया है। दो कर्मचारियों को कोटा रेफर किया गया है।
चित्तौड़गढ़ के जिला कलक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भारी पानी संयंत्र में मरम्मत के दौरान गैस लीकेज की सूचना और दो कर्मचारियों के गैस की चपेट में आने की सूचना पर दो की हालत गंभीर होने से ग्रीन केरीडोर बना कर कोटा उपचार के लिए भेजा गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल