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वाराणसी,24 अक्टूबर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के भौतिकी विभाग से हाल ही में पीएचडी पूरा करने वाले मेधावी डॉ. योगेश कुमार यादव का चयन विश्व के सबसे बड़े सबमिलीमीटर टेलीस्कोप ‘एटलास्ट-2’ (अटाकामा लार्ज अपर्चर सबमिलीमीटर टेलीस्कोप)’ प्रोजेक्ट के लिए किया गया है। यह अत्याधुनिक दूरबीन चिली के अटाकामा मरुस्थल में स्थापित की जाएगी, जहां इसे हाइड्रोजन ऊर्जा से संचालित करने की दिशा में अनुसंधान किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी अंतरराष्ट्रीय परियोजना में यूरोप के 14 प्रमुख अनुसंधान संस्थान मिलकर कार्य कर रहे हैं। यह जानकारी विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क कार्यालय ने दी । बताया गया कि डॉ. योगेश इस प्रोजेक्ट में हाइड्रोजन ऊर्जा आधारित संचालन प्रणाली के विकास पर कार्य करेंगे, जिससे खगोल विज्ञान और स्वच्छ ऊर्जा दोनों ही क्षेत्रों में क्रांतिकारी प्रगति संभव होगी। वर्तमान में डॉ. योगेश नॉर्वे की ओस्लो यूनिवर्सिटी में प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात वे इस परियोजना पर चिली के अटाकामा क्षेत्र में अपना कार्य आगे बढ़ाएँगे। डॉ. योगेश को इस अनुसंधान हेतु 4500 यूरो (लगभग ₹4.57 लाख) की फेलोशिप प्रदान की गई है। उनका यह चयन न केवल भारत, बल्कि बीएचयू के लिए भी गर्व का विषय है। बताते चले, डॉ. योगेश ने हाइड्रोजन ऊर्जा पर अपना शोध कार्य बीएचयू के भौतिकी विभाग से पूर्ण किया है। उनके शोध निर्देशक प्रो. एम. अबु शाज और प्रो. टी. पी. यादव हैं।
डॉ. योगेश ने पद्मश्री स्वर्गीय प्रो. ओ. एन. श्रीवास्तव की प्रयोगशाला में कार्य किया है, जो हाइड्रोजन ऊर्जा अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं। प्रो. श्रीवास्तव, प्रो. एम. अबु शाज और प्रो. टी. पी. यादव — दोनों के भी गुरु रहे हैं, और उनके मार्गदर्शन एवं प्रेरणा की परंपरा आज भी विभाग में अनुसंधान को नई दिशा प्रदान कर रही है। बीएचयू परिवार ने डॉ. योगेश कुमार यादव को इस अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि और योगदान के लिए बधाई दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी