जम्मू-कश्मीर में चल रहे राज्यसभा चुनाव में 74 विधायकों ने किया मताधिकार का प्रयोग
विधानसभा का शरदकालीन सत्र हंगामेदार रहने की उम्मीद, विपक्षी दल सत्तारूढ़ एनसी के नेतृत्व वाली सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में


श्रीनगर, 24 अक्टूबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में चल रहे राज्यसभा चुनाव में 74 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित 74 विधायकों ने चार सीटों के लिए हो रहे चुनाव में दोपहर 12 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था।

इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) को बढ़ावा देते हुए निर्दलीय विधायक शेख खुर्शीद, इंजीनियर राशिद के भाई ने घोषणा की कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर रखने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस को वोट देंगे। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस को वोट देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मुलाकात करेंगे।

खुर्शीद के समर्थन से नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायकों की संख्या 58 हो गई है, जो जीतने के लिए पर्याप्त है। जब तक पार्टी से संबद्ध या स्वतंत्र विधायकों द्वारा क्रॉस-वोटिंग नहीं की जाती, भाजपा के लिए चौथी सीट जीतने की संभावना नहीं है, क्योंकि गठबंधन के पास दोनों सीटों के लिए भाजपा से एक वोट अधिक है।

उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में एनसी ने जो चार उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें मोहम्मद रजवान चौधरी, सजाद किचलू, शमी ओबेरॉय और इमरान नबी डार। वहीं, भाजपा ने तीन सीटों के लिए तीन उम्मीदवार उतारे हैं। चौथी सीट के लिए भाजपा ने अपने केंद्र शासित प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सत शर्मा को मैदान में उतारा है।

एनसी को तीन सीटों पर प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त है, जबकि चौथी सीट पर भाजपा को एनसी गठबंधन पर बढ़त है, 28 वोटों के मुकाबले एनसी के 24 वोट। पीडीपी ने तीसरी सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन देने की घोषणा की है। 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सभी निर्वाचित विधायक राज्यसभा चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं। ये चुनाव लगभग 10 वर्षों के बाद हो रहे हैं और फरवरी 2021 के बाद जम्मू-कश्मीर में कोई सक्रिय विधानसभा नहीं होने के कारण ये चुनाव नहीं हो पाए थे।------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह