मुख्यमंत्री ने एसकेआईसीसी में रोगी सुरक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने एसकेआईसीसी में रोगी सुरक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन का किया उद्घाटन


श्रीनगर, 18 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय रोगी सुरक्षा सम्मेलन, 2025 का उद्घाटन किया। सम्मेलन का विषय है हर गलती एक सबक, हर सबक एक सुरक्षित देखभाल।

अपने उद्घाटन भाषण में मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस तरह के सम्मेलनों से सरकार के लिए जम्मू-कश्मीर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में लागू करने हेतु स्पष्ट सिफारिशें सामने आएंगी जिससे बेहतर स्वास्थ्य सेवा और रोगी सुरक्षा मानक सुनिश्चित होंगे।

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस सम्मेलन के माध्यम से ऐसे कार्यान्वयन योग्य बिंदु सामने आएंगे जिन्हें सरकार बड़े और छोटे दोनों अस्पतालों में अपना सकती है जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि रोगी सुरक्षा पर भी रोगी देखभाल जितना ही ध्यान दिया जाए।

उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि रोगी देखभाल और रोगी सुरक्षा का आपस में गहरा संबंध है फिर भी ये स्वास्थ्य सेवा के अलग-अलग पहलू हैं। उन्होंने आगे कहा कि रोगी देखभाल का अर्थ है कि हम रोग का इलाज कैसे करते हैं, निदान, उपचार और रोगी के प्रति सहानुभूति। दूसरी ओर रोगी सुरक्षा का अर्थ है जीवन को खतरे में डालने वाली गलतियों से बचने के लिए हर संभव सावधानी बरतना। जब तक दोनों सुनिश्चित न हों किसी भी उपचार को अच्छा नहीं माना जा सकता।

सम्मेलन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विचार-विमर्श केवल अकादमिक चर्चाओं तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि व्यावहारिक उपायों में तब्दील होना चाहिए जिन्हें जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में दोहराया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मेलनों का सबसे बड़ा लाभ यह है कि हम दूसरों की सर्वाेत्तम प्रथाओं से सीख सकते हैं और उन्हें अपनी विशिष्ट परिस्थितियों में अपना सकते हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एनसीपीएस-2025 की स्मारिका और एसकेआईएमएस की वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट 2024-25 का विमोचन किया।

इस सम्मेलन में देश भर के संकाय सदस्य, वरिष्ठ चिकित्सक, शोधकर्ता, विद्वान और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उपस्थित लोगों में कई विधायक, एसकेआईएमएस के पूर्व निदेशक, एसकेआईसीसी के निदेशक हरीस अहमद हांडू, प्रशासनिक अधिकारी और एसकेआईएमएस के वरिष्ठ संकाय सदस्य शामिल थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह