विश्वविद्यालय में नवम्बर में होगा साहित्य, संस्कृति और ललित कलाओं का महोत्सव
राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव की तैयारियों के दृष्टिगत एनबीटी अधिकारियों के साथ कुलपति ने की समीक्षा बैठक*


राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव की तैयारियों के दृष्टिगत एनबीटी अधिकारियों के साथ कुलपति ने की समीक्षा बैठक*


राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव की तैयारियों के दृष्टिगत एनबीटी अधिकारियों के साथ कुलपति ने की समीक्षा बैठक*


राष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव की तैयारियों के दृष्टिगत एनबीटी अधिकारियों के साथ कुलपति ने की समीक्षा बैठक*


गोरखपुर, 15 अक्टूबर (हि.स.)। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में 1 से 9 नवम्बर तक गोरखपुर पुस्तक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के उपक्रम नेशनल बुक ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित इस अभिनव आयोजन में पुस्तकों के स्टॉल के अलावा संस्कृति, साहित्य, गीत संगीत, कला और विमर्श के बहुरंगी सत्र आयोजित होंगे। इसके अतिरिक्त फोटो पत्रकारों तथा सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स के लिए खास प्रतियोगी सत्र भी आयोजित होंगे और आगंतुकों के लिए एक बेहतरीन फूड कोर्ट भी उपलब्ध होगा।

इस विशेष आयोजन के विषय में आज कुलपति प्रो पूनम टंडन ने नेशनल बुक ट्रस्ट के निदेशक युवराज मलिक एवं उनकी टीम तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न निकायों के समन्वयकों के साथ एक बैठक में विचार विमर्श किया। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि यह पुस्तक महोत्सव गोरखपुर ही नहीं पूरे पूर्वांचल का महत्वपूर्ण आयोजन है। यह एक सिग्नेचर इवेंट (विशेष आयोजन) है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से आयोजित हो रहा यह नौ दिवसीय आयोजन प्रत्येक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय की एक मजबूत टीम इसके आयोजन में कार्य कर रही है।

एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने महोत्सव के बारे में बताया कि पुस्तक महोत्सव का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाएगा। महोत्सव में करीब 200 पुस्तक स्टाल लगाए जाएंगे। यह कार्यक्रम पूरी तरीके से निःशुल्क होगा, जिसमें किसी प्रकार का कोई टिकट नहीं लगेगा। एनबीटी की टीम गोरखपुर के स्कूलों और कॉलेज में विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों का आयोजन कर विद्यार्थियों को महोत्सव में आमंत्रित करेगी। महोत्सव में सायंकाल में सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लोकगीत संगीत, नृत्य तथा नाटक प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी। इसके अतिरिक्त महोत्सव में विभिन्न स्थानीय व्यंजनों पर आधारित फूड कोर्ट भी स्थापित किए जाएंगे।

--पुस्तक महोत्सव में विश्वविद्यालय की होगी महत्वपूर्ण भूमिका

एनबीटी द्वारा आयोजित पुस्तक महोत्सव में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला एवं संगीत विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। महोत्सव का एक पूरा हिस्सा ही ललित कला को समर्पित होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं एवं प्रदर्शनी आयोजित होगी। इसके अतिरिक्त एनएसएस तथा एनसीसी के विद्यार्थी भी स्वयंसेवकों के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय ने अपने स्तर से तैयारी आरम्भ कर दी है।

--गोरखपुर के लेखकों के लिए होगा विशेष कॉर्नर

पुस्तक महोत्सव में गोरखपुर के लेखकों के लिए ‘ऑथर्स आफ गोरखपुर’ नाम से एक विशेष कॉर्नर की व्यवस्था होगी, जिसमें लेखक अपनी पुस्तकों को प्रदर्शित कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त गोरखपुर विश्वविद्यालय भी अपने शिक्षकों द्वारा प्रकाशित पुस्तकों को प्रदर्शित करेगा।

--स्थानीय सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स होंगे महोत्सव के ब्रांड एंबेसडर

गोरखपुर पुस्तक महोत्सव में स्थानीय सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स को ब्रांड एंबेसडर के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त पुस्तक महोत्सव के प्रचार प्रसार के लिए गोरखपुर के स्थानीय फोटो जर्नलिस्ट तथा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का सहयोग भी लिया जाएगा। सबसे अच्छी रील, सबसे प्रसिद्ध रील आदि का चयन कर पुरस्कृत किए जाने की भी योजना है। स्थानीय फोटो जर्नलिस्ट द्वारा लिए गए चित्रों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय