Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
महाकुम्भ नगर, 10 जनवरी (हि.स.)। अद्वैत वेदान्त दर्शन के लोकव्यापीकरण एवं सार्वभौमिक एकात्मता की संकल्पना को साकार करेगा। 12 जनवरी से 12 फरवरी तक एकात्म धाम शिविर सेक्टर-18, हरिश्चन्द्र मार्ग में आयोजित हो रहा है। एकात्म धाम के शिविर में अद्वैत वेदान्त पर केन्द्रित संवाद, श्रवण, मनन, निधिध्यासन द्वारा ध्यान, शास्त्रार्थ सभा, संत समागम, शंकर संगीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उक्त जानकारी आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास, संस्कृति विभाग मप्र के सहायक कार्यक्रम अधिकारी शुभम चौहान ने दी। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के आचार्य शंकर सांस्कृतिक न्यास द्वारा आयोजित शिविर में वैदिक अनुष्ठान एवं भाष्य पारायण, 'एकात्म धाम' प्रकल्प पर केन्द्रित प्रदर्शनी, अद्वैतामृतम्, विमर्श सभा, पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। इसके अलावा शिविर में कई उल्लेखनीय कार्यक्रमों का आयोजन होना है, जिसमें श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य, द्वारिका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि, रविशंकर परमार्थ आश्रम के चिदानंद मुनि सहित कई प्रमुख संत शामिल होंगे।
एकात्म धाम द्वारा 25, 26 जनवरी को शास्त्रार्थ सभा का आयोजन होना है, जिसकी अध्यक्षता पीठ के शंकराचार्य स्वामी भारती तीर्थ करेंगें। शास्त्रार्थ सभा में देश-दुनिया के प्रमुख विद्वान आएंगे जो आत्मा, जगत जैसे मनुष्य के जिज्ञास्य विषयों पर चिंतन की अनेक धाराओं के अनुसार विवेचना करेंगे।उल्लेखनीय हैं कि शास्त्रार्थ चिंतन के मूल्यांकन की विशेष विधि है जिसमें विषय को प्रस्तुत किया जाता है और विद्वतपरिषद वाद, जल्प और वितण्डा के रूप में समालोचनात्मक पद्धति से विचार करते हैं। शास्त्रार्थ सभा में प्रो. राजाराम शुक्ल (वाराणसी), प्रो. मणि द्रविड़ शास्त्री (चेन्नई), प्रो. श्रीहरि शिवराम धायगुड़े (तिरुपति) सहित अनेक विद्वान शामिल होंगे। इसके साथ ही 27 जनवरी को संत समागम का आयोजन एकात्म धाम में किया जाएगा। जिसमें श्रृंगेरी शंकराचार्य के साथ द्वारिका शंकराचार्य सदानंद सरस्वती, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि सहित हजारों साधु संत शामिल होंगें।
' --अद्वैत एवं शांति' पर आयोजित होगी विमर्श सभा
एकात्म धाम द्वारा अद्वैत एवं शांति' पर विमर्श सभा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें में देश-विदेश के विद्वान 05 प्रमुख विषयों पर अद्वैत दर्शन की प्रासंगिकता पर विमर्श करेंगे। 28 जनवरी को अद्वैत एवं पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्व कार्यकारी निदेशक (पर्यावरण) एवं एकात्म धाम के एम्बेंसडर एरिक सोहेम, परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद मुनि, पद्मभूषण अनिल जोशी, 31 जनवरी को अद्वैत एवं विकास विषय पर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, एरिक सोहेम, 02 फरवरी को अद्वैत एवं शांति विषय पर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक पद्मविभूषण श्री श्री रविशंकर, 04 फरवरी को अद्वैत एवं संस्कृति एवं 05 फरवरी को अद्वैत एवं विज्ञान विषय पर आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. कामकोटि, रामकृष्ण मिशन के स्वामी आत्मप्रियानंद, प्रो. मृत्युंजय गुहा सहित अनेक विषय विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे।
--दृग्दृश्यविवेक’ पर आनंदमूर्ति गुरू माँ के होंगे प्रवचन
शिविर में 12 से 17 जनवरी तक आनंदमूर्ति गुरू माँ आचार्य शंकर विरचित दृग्दृश्यविवेक, 25 से 27 जनवरी तक स्वामी परमात्मानंद सरस्वती ‘कठोपनिषद’, 06 फरवरी को स्वामिनी विमलानंद सरस्वती एवं 07 फरवरी को स्वामी मित्रानंद सरस्वती आचार्य शंकर के जीवन दर्शन पर संवाद करेंगे। 6-7 फरवरी को ही शाम 6 बजे से अभिनेता नीतिश भारद्वाज एवं कोरियोग्राफर मैत्रेयी पहाड़ी ‘शंकर गाथा’ की प्रस्तुति देंगी। 8 से 12 फरवरी तक राम जन्म भूमि न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविन्द देव गिरि प्रतिदिन शंकरो लोकशंकर: आचार्य शंकर के जीवन प्रसंग पर कथा करेंगे।
--सांस्कृतिक एवं वैचारिक महाकुम्भ के साथ ‘एक ओंकार’ के स्वर...
सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में ‘एक ओंकार’ के अंतर्गत अलंकार सिंह ‘गुरूवाणी’ में अद्वैत गायन, पद्मश्री मधुप मुद्गल ‘कबीर वाणी’ में अद्वैत गायन, जयतीर्थ ‘संत तुकाराम’ की वाणी में अद्वैत (अभँग) तथा रजनी गायत्री ‘शंकर स्त्रोतम्’ की प्रस्तुति देंगी। वैदिक अनुष्ठान के साथ ही प्रतिदिन 20 बटुक एवं आचार्य वेद एवं भाष्य पारायण करेंगे।
--ओंकारेश्वर में बन रहा है 'एकात्म धाम
मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा आचार्य शंकर की संन्यास एवं ज्ञान भूमि 'ओंकारेश्वर' में भव्य एवं दिव्य 'एकात्म धाम' के निर्माण किया जा रहा है। एकात्मधाम में आचार्य शंकर की 108 फीट ऊँची बहुधातु 'एकात्मता की मूर्ति' (Statue of Oneness), आचार्य शंकर के जीवन तथा दर्शन पर आधारित संग्रहालय 'अद्वैत लोक' एवं अद्वैत वेदान्त दर्शन के अध्ययन, शोध एवं विस्तार हेतु 'आचार्य शंकर अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदान्त संस्थान' की स्थापना करते हुए एकात्मता के वैश्विक केन्द्र (A Global Centre of Oneness) के रूप में विकसित किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / रजनीश पांडे