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- मुख्य सचिव वीरा राणा ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की रामपथ गमन के कार्यों की समीक्षा
रीवा, 20 जून (हि.स.)। प्रदेश के मुख्य सचिव वीरा राणा ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग से चित्रकूट में चल रहे विकास कार्यों तथा श्रीराम वन पथ गमन के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चित्रकूट को अयोध्या और उज्जैन की तरह विश्व स्तरीय धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके विकास की पूरी कार्ययोजना संस्कृति विभाग तैयार करे।
उन्होंने निर्देश दिए कि निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार सभी विभाग अपने-अपने कार्यों को समय-सीमा में पूरा करें। चित्रकूट को बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस वे से जोड़ने तथा रीवा-जबलपुर फोरलेन सड़क से जुड़ने के लिए फोरलेन सड़कों का निर्माण तत्काल शुरू कराएं।
उन्होंने कहा कि चित्रकूट के मंदिर परिसरों, कामदगिरि परिक्रमा पथ, मंदाकिनी नदी के विभिन्न घाटों के विकास के कार्य डीपीआर में शामिल कराएं। पर्यटन के विकास के लिए पीपीपी मोड पर होटल तथा अन्य पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक भूमि कलेक्टर सतना चिन्हांकित करें। आवश्यक होने पर वन भूमि के बदले राजस्व भूमि प्राप्त करने तथा निजी जमीनों के अधिग्रहण के प्रस्ताव तैयार करें।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा ली गई बैठक के निर्णयों पर संबंधित विभाग तत्परता से कार्यवाही करें। चित्रकूट विकास प्राधिकरण के गठन के साथ-साथ नगर परिषद चित्रकूट में आवश्यक अधिकारियों-कर्मचारियों की पदस्थापना करें। चित्रकूट को राजस्व अनुभाग बनाने की भी कार्यवाही सुनिश्चित करें।
सतना कलेक्टर चित्रकूट के मार्गों तथा मंदिर परिसरों से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तत्परता से करें। मुख्य सचिव ने अमरकंटक के विकास के संबंध में कलेक्टर अनूपपुर को निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव धर्मस्व राजेश राजौरा तथा प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला ने चित्रकूट में किए जा रहे विकास कार्यों की बिंदुवार जानकारी दी। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर कार्यालय के एनआईसी कक्ष से अपर कमिश्नर अरूण परमार, संयुक्त संचालक नगरीय विकास पवन सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश