पूर्व सांसद के नाम पर यात्रा करने वाले का परिचय पत्र निकला फर्जी,पूर्व में करा चुका है कई टिकट
रेलवे स्टॉफ की तहरीर पर भी 15 घंटे तक नहीं कि गई कार्रवाई झांसी, 08 मई (हि. स.)। रेलवे स्टाफ ने टिक
हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


हिरासत में तथाकथित पूर्व सांसद,आईसी व लेटर हैड


रेलवे स्टॉफ की तहरीर पर भी 15 घंटे तक नहीं कि गई कार्रवाई

झांसी, 08 मई (हि. स.)। रेलवे स्टाफ ने टिकट चेकिंग के दौरान शताब्दी एक्सप्रेस से एक नकली पूर्व सांसद को बेटिकट यात्रा करते हुए पकड़ा है। स्टाफ ने जिस डॉ ए के मिश्रा को पकड़ा है, वह खुद को तृणमूल कांग्रेस का पूर्व सांसद बताते हुए टिकट चेकिंग स्टाफ को दवाब में लेने की कोशिश कर रहा था। उसने पूर्व में बुक कराये हुए कुछ टिकट भी स्टाफ को दिखाए, जिसे ट्रेस करने पर पता चला कि वह फर्जी दस्तावेजों के सहारे बुक कराये गए थे। इस फर्जी पूर्व सांसद के रौब का आलम यह है कि रेलवे स्टाफ की ओर से शिकायती पत्र दिए जाने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।

जीआरपी झांसी के थाना प्रभारी को दिए शिकायती पत्र में डिप्टी सीटीआई

नन्द किशोर ने बताया कि उनकी ड्यूटी शताब्दी एक्सप्रेस में रानी कमलापति स्टेशन से वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन तक लगाई गयी थी। टिकट जांच के दौरान एक यात्री ने खुद को पूर्व सांसद बताया लेकिन किसी तरह का अधिकार पत्र या टिकट नहीं दिखाया। जब रेलवे स्टाफ ने टिकट दिखाने को कहा तो फर्जी पूर्व सांसद ने पूर्व के कई टिकट दिखाए। इसके साथ ही लेटर पैड दिखाया जिस पर डॉ ए के मिश्रा पूर्व सांसद लिखा हुआ था। इस लेटर पैड पर इस शख्स की फोटो भी लगी हुयी थी। इन सब घटनाक्रमों के बाद भी उस शख्स ने कोई टिकट या यात्रा प्राधिकार नहीं दिखाया। धौंस दिखाते हुए रेलवे स्टाफ को अंजाम भुगतने की धमकी दी।

डिप्टी सीटीआई ने इस मामले की जानकारी सीटीआई सुशील लहारिया को दी। इस यात्री के पुराने टिकट की जांच करने पर सामने आया कि इस फर्जी दस्तावेजों की मदद से बुक कराया गया था। आरोपी शख्स ने मीडिया से बातचीत में यह दावा किया कि वह गठबंधन के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह का प्रचार करने गया था। डिप्टी सीटीआई नन्द किशोर ने बताया कि यह शख्स भोपाल में ट्रेन में मेरे पास आया और खुद को पूर्व सांसद बताते हुए दिल्ली तक जाने की बात कही। दस्तावेज के नाम पर विजिटिंग कार्ड और लेटर पैड दिखाया। विजिटिंग कार्ड पर जो आईसी नंबर था, उसके आधार पर पूर्व में बहुत सारे टिकट राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में कराये थे। जांच पड़ताल में पूर्व सांसद होने के सम्बन्ध में कोई भी वैध दस्तावेज नहीं मिले। जिस आईसी से ये टिकट बुक करा रहे हैं, वह इनके नाम पर है ही नहीं।

वह अलग-अलग सांसद लोगों के नाम पर है। बाबा बालक नाथ, महेंद्र सिंह के नाम से टिकट बुक कराये गए हैं। हम इनको लेकर जीआरपी थाने गए और तहरीर दी। वहां इनको लेने से मना कर दिया गया। आज सुबह जब आरपीएफ थाने गए, वहां भी इन्हें नहीं लिया जा रहा है। 15 घंटे से अधिक समय तक दोनों कर्मचारी फर्जी पूर्व सांसद को लेकर घूमते रहे। जीआरपी थाना प्रभारी उन्हें भगाते रहे और कार्रवाई से बचते रहे। फर्जी पूर्व सांसद को देखकर जीआरपी थाना प्रभारी के हाथ पैर फूल गए थे। इन्हें रेलवे मजिस्ट्रेट कोर्ट में लाये हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दे रहे हैं। जिस आईसी से ये टिकट बुक करा रहे हैं, वह इनके नाम पर है ही नहीं। वह अलग-अलग सांसद लोगों के नाम पर है। बाबा बालक नाथ,महेंद्र सिंह नाम के नाम से टिकट बुक कराये गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/बृजनंदन