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मंदसौर, 15 मई (हि.स.)। मंदसौर लोकसभा सीट पर मतदान संपन्न हो चुका है। अब जीत और हार के कयास लगाए जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि मंदसौर में भी 60 से 65 प्रतिशत ही मतदान होगा लेकिन जिला प्रशासन की मेहनत से यह आंकडा 75 प्रतिशत को पार गया। जिला प्रशासन तो अपनी परिक्षा में पास हो गया अब बारी भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी की हैं। अब चुनाव संपन्न होते ही जीत के कयास लगाएं जा रहे। भाजपा जन जहां जीत के प्रति आश्वस्त लग रहे हैं, वहीं कांग्रेस जन जीत की सिर्फ औपचारिक दावे कर रहे हैं।
वर्ष 2014 में थी यह स्थिति, रिकार्ड जीत दर्ज की थी गुप्ता ने
बात आंकडों की जाये तो वर्ष 2014 में मुकाबला भाजपा के सुधीर गुप्ता और कांग्रेस की मिनाक्षी नटराजन के बीच था। उस समय में भाजपा को 6,98,335 वोट मिले थे जो कुल मतदान का 60.58 प्रतिशत वोट शेयर था उस समय कांग्रेस को 3,94,686 वोट मिले थे जिसमें 34.24 प्रतिशत वोट शेयर कांग्रेस को मिला था भाजपा के सुधीर गुप्ता ने 3,03,649 मतो के विशाल अंतर से रिकार्ड जीत दर्ज की थी, जो अभी तक इतिहास की सबसे बडी जीत थी।
वर्ष 2019 में गुप्ता ने तोडा खुद का रिकार्ड
वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर मुख्य मुकाबला भाजपा के सुधीर गुप्ता और कांग्रेस की मिनाक्षी नटराजन के बीच था। उस समय में भाजपा को 8,47,786 वोट मिले थे जो कुल मतदान का 61.58 प्रतिशत वोट शेयर था जो पिछली बार से यहां भाजपा को लगभग एक फीसदी से अधिक मत मिले थे उस समय कांग्रेस को 4,71,052 वोट मिले थे जिसमें 34.37 प्रतिशत वोट शेयर कांग्रेस को मिला था भाजपा के सुधीर गुप्ता ने अपना ही रिकार्ड तोडते हुए 3,76,734 मतो के विशाल अंतर से जीत दर्ज की थी।
60 प्रतिशत वोट शेयर बडा तो ही तोड पायेंगे गुप्ता अपना रिकार्ड
अब बात करें इस बार की तो मुख्य मुकाबला भाजपा के सुधीर गुप्ता और कांग्रेस के दिलिपसिंह गुर्जर के मध्य हुआ। इस बार मंदसौर संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता 18 लाख 98 हजार 60 थे जिसमें से 14 लाख 28 हजार 383 लोगों ने मतदान किया अर्थात 75.25 प्रतिशत कुल मतदान हुआ। यदि इतिहास अपने आप को दोहरायें और माने की पिछली दो बार की तरह इस बार भी 60 प्रतिशत वोट शेयर से अधिक भाजपा को मिलें तो वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता आसान और बडी जीत दर्ज कर सकते है लेकिन यदि उन्हें अपना ही पिछडा रिकार्ड तोडना है तो ऐसा तभी ही संभव हो पायेंगा जब भाजपा का वोट शेयर बढें।
हालांकि भाजपा के जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी बडी जीत को लेकर आश्वस्त है वहीं कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है जिस प्रकार मंदसौर विधानसभा में जीत दर्ज की थी और प्रत्याशी से नाराजगी का फायदा कांग्रेस को मिला था इस बार भी वैसा ही होगा। जो भी हो स्थिति 4 जून को स्पष्ट हो जायेंगी।
गुर्जर, गायरी और पिछडे वोट के बल पर कांग्रेस भर रही दम
कांग्रेस प्रत्याशी दिलिपसिंह गुर्जर हैं। जानकारों के अनुसार गुर्जर, गायरी, धनगर वोट बैंक भाजपा का रहता है और इनकी संख्या संसदीय क्षेत्र में ढाई लाख के लगभग बताई जाती है। कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार यह वोट कांग्रेस को मिला है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अशोक झलौया/मुकेश