हिमाचल में आचार संहिता की 813 शिकायतें, 90 फीसदी का निपटारा
शिमला, 27 अप्रैल (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में बीते 40 दिनों में निर्वाचन विभाग को आचार संहिता की 800 स
हिमाचल में आचार संहिता की 813 शिकायतें, 90 फीसदी का निपटारा


शिमला, 27 अप्रैल (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में बीते 40 दिनों में निर्वाचन विभाग को आचार संहिता की 800 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इनमें 90 फीसदी शिकायतों को निपटा दिया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आम चुनाव का एलान होने के बाद पूरे देश में 16 मार्च को चुनाव आचार संहिता लागू हो गई थी। हिमाचल में आदर्श आचार संहिता लागू होने के उपरान्त निर्वाचन विभाग को 813 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें राज्य एवं जिला सम्पर्क केंद्रों पर राष्ट्रीय शिकायत सेवा पोर्टल (एनजीएसपी) व कॉल सेंटर के माध्यम से 485 शिकायतें मिली हैं। इसके अलावा राज्य और जिला आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) नोडल अधिकारियों के माध्यम से 241 शिकायतें प्राप्त हुईं और 87 शिकायतें सी-विजिल पोर्टल पर अपलोड की गई हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कॉल सेंटर के माध्यम से प्राप्त 485 शिकायतों में से 461 का निस्तारण कर दिया गया है और 24 शिकायतें निपटारे के लिए लंबित हैं, जिन पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। राज्य और जिला स्तर पर एमसीसी नोडल अधिकारियों के माध्यम से 241 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 176 का निपटारा कर दिया गया है। 65 शिकायतें संबंधित विभागों और फील्ड अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त नहीं होने के दृष्टिगत लंबित हैं, जिनकी जांच की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि सी-विजिल पोर्टल पर 87 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 44 शिकायतें रद्द कर दी गई हैं क्योंकि ये या तो फर्जी पाई गईं या पोर्टल की जांच के लिए हितधारकों द्वारा दायर किए गए मामले हैं। 43 लम्बित शिकायतों पर 100 मिनट की अवधि के भीतर कार्यवाही की गई है।

मनीष गर्ग ने बताया कि निर्वाचन विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग माध्यमों और आमजन के पास शिकायत दर्ज करवाने के लिए उपलब्ध साधनों के माध्यम से प्राप्त 90 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा कर दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सी-विजिल शिकायतों का निपटारा सौ मिनट के भीतर सुनिश्चित किया जा रहा है। सी-विजिल की सबसे अधिक शिकायतें जिला ऊना में प्राप्त हुई हैं जबकि किन्नौर, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों से ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली हैं। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक शिकायतें बिना अनुमति से पोस्टर और बैनर लगाने, निर्धारित अवधि से अधिक समय के लिए प्रचार करने और कर्मचारियों के व्यवहार से संबंधित रिपोर्ट की गईं हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील