आईआईटी मंडी में शुरू हुआ सेंटर फॉर ह्यूमन कंप्यूटर इंटरेक्शन
मंडी, 08 मई (हि.स.)। आइआइटी मंडी में मानव कंप्यूटर संपर्क केंद्र का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मुख्य अत
आईआईटी मंडी में शुरू हुआ सेंटर फॉर ह्यूमन कंप्यूटर इंटरेक्शन


मंडी, 08 मई (हि.स.)। आइआइटी मंडी में मानव कंप्यूटर संपर्क केंद्र का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी मद्रास के अनुप्रयुक्त यांत्रिकी विभाग से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर एम. मणिवन्नन उपस्थित रहे।

इस मौके पर आइआइटी मंडी के निदेशक प्रोफेसर लक्ष्मीधर बेहरा ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा’, “सीएचसीआई का उद्घाटन मुझे खुशी देता है और हमारे नेतृत्व की क्षमताओं पर मुझे पूरा भरोसा है। ट्रांसलेशनल रिसर्च पर समर्पित फोकस के साथ, सीएचसीआई आईआईटी मंडी टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब (टीआईएच) के अनुसंधान केंद्र के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। मैं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अमूल्य समर्थन के लिए, सरकार का आभारी हूं। जैसे-जैसे हम इस यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं, हम डिजिटल टच, डिजिटल गंध और डिजिटल स्वाद जैसे अभिनव प्रयासों सहित विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं में शामिल होने का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।

मुख्य अतिथि, आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एम. मणिवन्नन ने अपने विशेष संबोधन में कहा, “कंप्यूटर इंटरफेस की प्रगति अगले तकनीकी युग की शुरुआत करती है, जो नवाचार में हमारी अग्रणी स्थिति को बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। जैसे प्रौद्योगिकी तेजी से विकसित हो रही है, वैसे भविष्य की प्रौद्योगिकियों में भारत को नेतृत्व की दिशा में मार्गदर्शन करने में सक्षम केंद्र स्थापित करना महत्वपूर्ण है। एचसीआई अब एक विकासवादी तकनीक नहीं है, यह उपयोगकर्ताओं के प्रौद्योगिकी के साथ व्यवहार करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। भारत के पास प्रौद्योगिकी की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने, विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों में एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने और एक बहु-मॉडल पद्धति को अपनाने की महत्वपूर्ण क्षमता है।

इस अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में एनएमआईसीपीएस की मिशन निदेशक डॉ. एकता कपूर ने अपने संबोधन में कहा “जैसे ही हम मानव-कंप्यूटर इंटरेक्शन केंद्र (सीएचसीआई) का उद्घाटन करते हैं, हम चार महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से एक यात्रा पर निकलते हैंः प्रौद्योगिकी विकास, कौशल संवर्धन, उद्यमशीलता की भावना और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग। सीएचसीआई में अत्याधुनिक सुविधाएं इन मुख्य क्षेत्रों में प्रगति का आधार होंगी। इसके अलावा, केंद्र की एचसीआई में प्रमाणन और डिग्री कार्यक्रम शुरू करने की योजना है, मुझे विश्वास है कि आईआईटी मंडी और सीएचसीआई के बीच सहयोग से सार्थक परिणाम मिलेंगे, जिससे आने वाले दिनों में नवाचार और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा।“

वहीं आइआइटी मंडी और फाउंडेशन के सीईओ सोमजीत अमित ने ‘‘मानवीय जरूरतों के अनुरूप तकनीक‘‘ विषय पर जोर देते हुए कहा, ‘‘जैसा कि हम एक नवजात लेकिन घटनापूर्ण यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं, हमें खुशी है कि हम दृढ़ हैं और वास्तविक दुनिया की समस्याओं के समाधान के लिए नवाचार के लिए प्रतिबद्ध। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और मेजबान संस्थान, आईआईटी मंडी के विश्वास और समर्थन ने इस यात्रा में हमारी मदद की है।

हिन्दुस्थान समाचार/ मुरारी/सुनील