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जम्मू, 26 अप्रैल (हि.स.)। कार्यशाला योजना के तहत 'प्रायोगिक और संख्यात्मक मॉडलिंग तकनीकों का उपयोग करके फ्रैक्चर और थकान अध्ययन' पर एक सप्ताह की वर्कशॉप यहां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर में संपन्न हुई। कार्यशाला का उद्देश्य सामग्रियों में फ्रैक्चर और थकान की घटनाओं के बारे में प्रतिभागियों की समझ को बढ़ाना था।
कार्यशाला में भारत के विभिन्न हिस्सों से छात्रों ने भाग लिया, जिसमें आईआईटी और एनआईटी जैसे प्रसिद्ध संस्थानों के प्रतिष्ठित संकायों द्वारा दिए गए व्याख्यान शामिल थे। कार्यशाला में प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए व्यावहारिक प्रयोगशाला सत्र भी शामिल थे। प्रोफेसर ए रविंदर नाथ, निदेशक एनआईटी श्रीनगर आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर जी ए हरमैन, डीन फैकल्टी वेलफेयर ने की, जो मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए।
प्रोफेसर हरमैन, जिन्होंने फ्रैक्चर और थकान के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर काम किया है, ने अत्यधिक जानकारीपूर्ण और आकर्षक कार्यशाला आयोजित करने में उनके प्रयासों के लिए समन्वयकों की सराहना की। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी प्रोफेसर अदनान कयूम ने सभी उपस्थित लोगों की सक्रिय भागीदारी के लिए सराहना व्यक्त की और सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में कार्यशाला के महत्व पर जोर दिया।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान