मेयर का चुनाव रद्द होने पर आम आदमी पार्टी ने उठाए सवाल, भाजपा को कोसा
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम की मौजूदा मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, एमसीडी प्रभारी दुर्गेश
मेयर का चुनाव रद्द होने पर ‘आप’ ने बोला हमला 


नई दिल्ली, 26 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम की मौजूदा मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक और ‘‘आप’’ विधायक दिलीप पांडे ने मेयर का चुनाव रद्द होने के मुद्दे पर शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता की। उन्होंने यह चुनाव रद्द किए जाने के लिए भाजपा और एलजी को सवालों के घेरे में लेने का प्रयास किया।

मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि आज नगर निगम के सदन में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना था। इसके लिए चुनाव आयोग ने भी 24 अप्रैल को अनुमति दे दी थी लेकिन 25 अप्रैल को अधिकारियों द्वारा मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की फाइल दिल्ली की चुनी हुई सरकार को नजरअंदाज करके एलजी के पास भेज दी गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि उस फाइल को शहरी विकास मंत्री के पास नहीं भेजा गया। 25 अप्रैल को एलजी ने फाइल पर लिखा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सलाह के बिना उनके पास पीठासीन अधिकारी को नियुक्त करने की कोई शक्ति नहीं है।

इस मामले में आबेरॉय ने सवालिया लहजे में कहा कि यह किस तरह की राजनीति है। पूरी दिल्ली को पता है कि मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव हर साल होता है। इस बार मेयर दलित समाज से चुनाव जाना था। देश और दिल्ली की जनता भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता को जान चुकी है। मेयर और डिप्टी मेयर के पहले टर्म में भी भाजपा के पीठासीन अधिकारी ने असंवैधानिक तरीके से मनोनीत पार्षदों के वोट डालने की बात की। आज भी एक साजिश रचते हुए चुनाव को स्थगित कर दिया गया।

ओबेराय ने कहा कि भाजपा ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भी बेईमानी से अपना मेयर बनाया था लेकिन इनकी बेईमानी सीसीटीवी कैमरे में पकड़ी गई और पूरे देश को पता चल गया कि भाजपा ने वोट चोरी करके अपना मेयर बनाया था। अब दिल्ली में भी मेयर की चुनावी प्रक्रिया को रोका गया है।

एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि पिछले एक महीने से भाजपा बौखलाहट में है। आज एलजी भी पूरी तरह से एक्सपोज हो चुके हैं। भाजपा ने ये चुनाव रुकवाकर अपनी हार की पटकथा लिख दी है।

इस दौरान विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि भाजपा ने ये साफ कर दिया कि पूरे देश में किसी भी चुनाव में अगर उसे लगेगा कि वो हार रही हैं तो वो वहां चुनाव होने ही नहीं देती है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/दधिबल