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लखनऊ, 26 अप्रैल (हि.स.)। देश में राष्ट्रव्यापी स्तर पर परमाणु ऊर्जा के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने एवं इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए शुक्रवार को विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लगभग 400 वैज्ञानिकों एवं मुंबई से आए परमाणु वैज्ञानिकों से परमाणु ऊर्जा की उपयोगिता एवं भविष्य में इसके योगदान पर जानकारी हासिल की।
इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए आई एन एस के अध्यक्ष एवं भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बी ए आर सी), मुंबई से सेवानिवृत देश के प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक एवं आई आई टी, मुंबई से सम्बद्ध डॉ (प्रो०) डॉ बी एन जगताप ने भारत में आत्मनिर्भर तरीके से न्यूक्लियर साइन्स एवं टेक्नालजी के क्षेत्र में हो रही उत्तरोत्तर वृद्धि के बारे में वैज्ञानिकों को अवगत करवाया।
उन्होंने बताया कि किस तरह से आई एन एस देश भर में लोगों को परमाणु ऊर्जा के महत्वपूर्ण आयामों के बारे में बताने एवं लोगों को इसके बारे में जागरूक एवं शिक्षित करने के उद्देश्य से इसी प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एन पी सी आई एल), मुंबई के निदेशक (टेक्निकल) वी राजेश ने कहा कि परमाणु ऊर्जा में भविष्य अपार संभावनाएँ हैं। इस से स्वच्छ, हरित, सुरक्षित एवं किफ़ायती तरीके से बिजली का उत्पादन करके कार्बन का उत्सर्जन कम किया जा सकता है।
इस मौके पर वैज्ञानिक डॉ रामा राव ने लोगों के साथ चर्चा करते हुए न्यूक्लियर साइन्स एवं टेक्नालजी एवं खास तौर पर रेडियेशन से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण विषयों जैसे एग्रीकल्चर, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन एवं खाद्यान प्रसंस्करण में इसकी उपयोगिता के बारे में चर्चा की। उन्होंने भविष्य में परमाणु ऊर्जा द्वारा लोगों के जीवन स्तर को और भी अधिक बेहतर बनाने के उद्देश्य से परमाणु ऊर्जा विभाग द्वारा किए जा रहे नए-नए अनुसन्धानों के बारे में भी जानकारी प्रदान दी।
इस अवसर पर परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत कार्यरत न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एन पी सी आई एल) महाप्रबंधक (सी एम एम) के. यू. अग्रवाल एवं उप-महाप्रबंधक (मीडिया) और अमृतेश श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में आज विभिन्न स्थानों पर 24 न्यूक्लियर पावर प्लांट्स कार्यरत हैं, जिनसे 8180 मेगावाट क्षमता पर शुद्ध, हरित, सुरक्षित एवं किफ़ायती तरीके से बिजली का उत्पादन किया जा रहा है और भविष्य में और भी अधिक परमाणु रिएक्टरों के लगने से भारत में स्वच्छ और हरित तरीके से बिजली की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
इस मौके पर परमाणु बिजली घर की उपलब्धि पर अमृतेश श्रीवास्तव द्वारा बनाई गयी एक डाक्यूमेंट्री फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया, जिसके द्वारा एक परमाणु बिजली घर में बिजली बनने की पूरी प्रक्रिया को द्वारा दर्शाया गया है। वहां उपस्थित लोगों द्वारा इस फ़िल्म को काफी सराहना मिली।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र