हिन्दुस्तानी एकेडेमी अपने उद्देश्यों को फलीभूत कर रही : विनोद ओझा
-उत्कृष्ट कार्य करने वाले हुए सम्मानित -हिन्दुस्तानी एकेडेमी का 97वां स्थापना दिवस प्रयागराज, 29 म
अतिथि एवं सम्मानितगण


-उत्कृष्ट कार्य करने वाले हुए सम्मानित

-हिन्दुस्तानी एकेडेमी का 97वां स्थापना दिवस

प्रयागराज, 29 मार्च (हि.स.)। हिन्दुस्तानी एकेडेमी अपने 97वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। इसकी स्थापना तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं साहित्यकारों द्वारा हिन्दी के साथ-साथ उसकी बोलियों के विकास एवं सम्वर्धन के लिए किया गया था। जो अपने उद्देश्यों को फलीभूत कर रही है। हिन्दुस्तानी शब्द समावेशी है, जो बहुत सारी भाषाओं, बोलियों को जोड़ती है। उनके संरक्षण के लिए ही हिन्दुस्तानी एकेडेमी की स्थापना हुई है।

यह बातें शुक्रवार को मुख्य अतिथि विनोद कुमार ओझा न्यायमूर्ति, मेम्बर ज्यूडीशियल ने हिन्दुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज के 97वें स्थापना दिवस एवं विद्वत् सम्मान समारोह में सम्बोधित करते हुए कही। एकेडेमी के गांधी सभागार में उन्होंने आगे कहा कि एकेडेमी निरन्तर संवाद, परिसंवाद, व्याख्यान मालाओं का आयोजन करती रहती है। यह गौरव की बात है की कोई संस्था अपने शताब्दी की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर उन्होंने 10 विद्वत्जनों को सम्मानित किया।

एकेडेमी के सचिव देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तानी एकेडेमी उत्तर प्रदेश की प्राचीनतम संस्थाओं में से एक है। आज से 97 वर्ष पहले 29 मार्च 1927 को हिन्दुस्तानी एकेडेमी अपने जिन उद्देश्यों को लेकर स्थापित हुई उनका संवर्धन एवं विकास आज भी एकेडेमी की प्राथमिकताओं में है। एकेडेमी के संस्थापकों ने जो स्वप्न देखे उनको पूर्ण करने का दायित्व हमारे लिये संकल्प है। आज हिन्दुस्तानी एकेडेमी हिन्दी, उर्दू, अवधी बुन्देली ब्रजभाषा के विकास एवं संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसे हम एक मानक संस्था के रूप में बनाना चाहते हैं। एकेडेमी प्रतिवर्ष 11 विद्वानों का सम्मान करती है।

सम्मानित होने वाले विद्वानों में सुशील कुमार पाण्डेय सुलतानपुर, प्रो. रेनू सिंह अमरकंटक, रविनंदन सिंह प्रयागराज, डॉ.रामशंकर भारती झांसी, राजेन्द्र गाजीपुर, डॉ.अलका सिंह बाराबंकी, प्रो. राजेन्द्र त्रिपाठी ‘रसराज’ प्रयागराज, भोलानाथ कुशवाहा मिर्जापुर, एम.एस.खान प्रयागराज, डॉ. अजय मालवीय प्रयागराज को स्मृति चिन्ह, शाल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। तत्पश्चात एकेडेमी में कार्यरत 16 कार्मिकों गोपालजी पाण्डेय, रतन पाण्डेय, संतोष कुमार तिवारी, सुनील कुमार, अमित कुमार सिंह, अंकेश कुमार श्रीवास्तव, अनुराग ओझा, मोहसीन खाँ, ओमप्रकाश मौर्या, सुनैना सिंह, विजय बहादुर सिंह रामखेलावन, शशिपाल, शैलेन्द्र शरण श्रीवास्तव, सुनीता को उनके उत्कृष्ट कार्यां हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर भोर एक सृजन संस्था द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरुषार्थी एवं धन्यवाद ज्ञापन एकेडेमी के कोषाध्यक्ष दुर्गेश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित हाने वाले विद्वज्जनों मे डॉ. शान्ति चौधरी, डॉ. सरोज सिंह, डॉ वीरेन्द्र कुमार तिवारी, राजेश्वर सिंह, सत्यपाल मिश्रा, विवेक शत्यांशु, हरिशंकर दुबे आदि शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम