दर्ज अपराध में जमानत दिलाने में मदद के लिए API ने मांगे 10 लाख ,मुकदमा दर्ज
मुंबई,28 मार्च (हि. स.)। क्राइम ब्रांच यूनिट 1 काशीमीरा ( मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट ) के
दर्ज अपराध में जमानत दिलाने में मदद के लिए API ने मांगे 10 लाख ,मुकदमा दर्ज


मुंबई,28 मार्च (हि. स.)। क्राइम ब्रांच यूनिट 1 काशीमीरा ( मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट ) के सहायक पुलिस निरीक्षक के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो, ठाणे विभाग ने रिश्वत की रकम मांगने का मामला काशिमिरा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया है। इस कार्रवाई से एमबीवीवी पुलिस समेत अन्य सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया है। बात दे कि,रिश्वतखोरी के मामले में एमबीवीवी पुलिस समय-समय पर सुर्खियां बटोरती रहती है। हाल ही में आर्थिक गुन्हा शाखा का एक पीआई पर लाखों रुपये रिश्वतखोरी का मामला सामने आया था। फिलहाल, उपरोक्त कार्रवाई एसीबी पुलिस अधीक्षक सुनील लोखंडे के आदेशानुसार ठाणे एसीबी पी.आई.एन.बी.थोरात की टीम ने की है।मिली जानकारी के अनुसार,शिकायतकर्ता के भाई के खिलाफ विरार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है,उक्त अपराध का जांच अधिकारी आरोपी लोक सेवक टोकले है।शिकायतकर्ता के भाई को दर्ज अपराध में जमानत दिलाने में मदद हेतु दिनांक 18 मार्च को 10,00,000 रुपये मांगा,जिसमें से पहली किस्त सत्यापन प्रक्रिया में 5,00,000 रुपये उसी दिन स्वीकृत होना पाया गया है।हालांकि, आरोपी लोक सेवक कैलास जयवंत टोकले, सहायक पुलिस निरीक्षक ( क्राइम ब्रांच युनिट 1 काशिमिरा ( मिरा भाईंदर वसई विरार पोलीस आयुक्तालय ) के विरुद्ध काशिमिरा पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधन 2018) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया था।आगे की जांच ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की जा रही है।

हिंदुस्थान समाचार/